पिंपरी-चिंचवड़ के साढ़े 8 लाख लोगों में मिली एंटीबॉडी

  • 33.9% लोग हो चूके हैं कोरोना बाधित
  • सार्स-कोवी 2 सर्वेक्षण की रिपोर्ट

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पिंपरी. महामारी कोरोना के संक्रमण का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है. मंगलवार को पिंपरी- चिंचवड़ में नए से 133 संक्रमित मिले हैं, जबकि 135 संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं. शहर में अब तक मिले कुल 88 हजार 129 में से 84 हजार 485 संक्रमित कोरोना को हराने में सफल रहे हैं. जबकि 1533 संक्रमित मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. 

इस बीच पिंपरी-चिंचवड़ शहर में कराए गए सार्स कोवी–2 सर्वेक्षण की जारी रिपोर्ट से सामने आया है कि शहर की 33.9 फीसदी आबादी कोरोना से बाधित हो चुकी है. इसमें सर्वाधिक 37.8 फीसदी हिस्सा शहर की झुग्गी बस्तियों का है. करीबन साढ़े आठ लाख लोगों में एंटीबॉडीज विकसित पाए गए हैं. सार्स कोवी– 2 सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी करते हुए महापौर ऊषा ढोरे, मनपा कमिश्नर श्रावण हर्डीकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में उक्त जानकारी दी. इस मौके पर स्थायी समिति अध्यक्ष संतोष लोंढे, सभागृह नेता नामदेव ढाके, विपक्षी नेता राजू मिसाल, अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार, अतिरिक्त स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सालवे, सहायक स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मण गोफणे, कोविड तकनीकी समिति के सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे, डॉ. डी. वाई. पाटिल मेडिकल कालेज के डॉ. अमित बॅनर्जी, डॉ. भार्गव गायकवाड, डॉ. अतुल देसले उपस्थित थे. यह सर्वेक्षण पिंपरी-चिंचवड़ मनपा और डॉ डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से किया गया था. 

क्या कहती है सर्वेक्षण रिपोर्ट

इस सर्वेक्षण के लिए 10 टीमें गठित की गई थी जिसने 7 से 17 अक्टूबर के बीच 200 क्लस्टर में प्रति क्लस्टर से 5 हजार लोगों के ब्लड सैंपल जांचे. इसकी जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार शहर की झुग्गी बस्तियों की 37.8 फीसदी आबादी कोरोना से बाधित हो चुकी है. गांवठान, चालों में 38.3 फीसदी और हाऊसिंग सोसाइटियों की 27.7 फीसदी आबादी कोरोना से बाधित रहा चुकी हैं. 33.8 फीसदी महिला और 28.9 फीसदी पुरुषों में एंटीबॉडीज विकसित मिले हैं. सबसे ज्यादा एंटीबॉडीज 51 से 65 उम्र के लोगों में मिली हैं, उसका प्रमाण 35.5 फीसदी है. 12 से 18 उम्र के किशोर- किशोरियों में 34.9 फीसदी, 29 से 30 उम्र के 29.7 फीसदी लोगों, 35 से 50 उम्र के लोगों में 31.2 फीसदी और 66 से ज्यादा उम्र के लोगों में 28.2 फीसदी एंटीबॉडीज मिली हैं. क्षेत्रवार आकलन में पिंपले निलख गावठाण, बोपखेल, पत्रीचाल, पवनानगर के 65 फीसदी लोग पॉजिटिव मिले हैं. संभाजीनगर, केशवनगर की 75 फीसदी आबादी कोरोना बाधित रहा चुकी हैं. 

महामारी के दूसरे दौर की संभावना

इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट और आकलन से महामारी कोरोना से निपटने की आगामी रणनीति तैयार की जा रही है. कोविड तकनीकी समिति के सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे ने बताया कि जिन देशों में कोरोना का ट्रेंड आया था वहां दूसरा दौर शुरू हो चुका है. ऐसे में हमारे देश में भी दूसरा दौर शुरू होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. उसी में ठंड का मौसम कोरोना के लिए पोषक है. हालांकि बाहरी देशों और भारत के ठंड के मौसम में काफी अंतर है. इसके बावजूद अगर देश मे महामारी के संक्रमण का दूसरा दौर चलता है तो क्या तैयारी की जानी चाहिए, इसका अध्ययन किया जा रहा है. फिलहाल जंबो कोविड और प्राइवेट हॉस्पिटल, मनुष्यबल, दवाइयां, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन आदि यंत्रणा तैयार रखी गई है. निजी अस्पतालों को बुखार के मरीजों के बारे में मनपा को रोज जानकारी देना अनिवार्य है. कोविड के हर हॉस्पिटल में डेथ ऑडिट कमिटी के गठन की अनिवार्यता की गई है.