पैदल नहीं होगी पंढरपुर की आषाढ़ी पालकी यात्रा

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बस, हेलीकॉप्टर या फ्लाइट से जाएंगी पादुकाएं!

देवस्थान विश्वस्तों के साथ उपमुख्यमंत्री की बैठक में चर्चा

पुणे. दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे कोरोना के संक्रमण के चलते इस साल देहू और आलंदी से निकलने वाली पालकी यात्राओं पर छाए अनिश्चितता के बादल को हटाने के लिहाज से शुक्रवार को पुणे के कौंसिल हॉल में एक बैठक संपन्न हुई. उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालकमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में जिला प्रशासन के अधिकारियों, वारकरी प्रतिनिधियों एवं देहू व आलंदी देवस्थान के विश्वस्तों की इस बैठक में इस साल पंढरपुर तक पैदल जानेवाली पालकी यात्रा के स्वरूप के बारे में चर्चा की गई.

इसमें यह तय किया गया कि इस साल यह यात्रा पैदल नहीं जाएगी. इसकी बजाय बस, हेलीकॉप्टर या फ्लाइट से संत तुकाराम महाराज और संत ज्ञानेश्वर महाराज के पादुकाओं को ले जाने के विकल्पों का विचार किया जा रहा है.

आषाढ़ में निकलती हैं पालकियां

आषाढ़ के माह में देहू से संत तुकाराम महाराज और आलंदी संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकियां पंढरपुर के लिए निकलती हैं. इसमें राज्यभर से लाखों वारकरी पैदल ही शामिल होते हैं. इस पालकी सम्मेलन को हजारों सालों की ऐतिहासिक परंपरा है, जो महाराष्ट्र के लाखों लोगों की धार्मिक आस्था से जुड़ा है. इस साल वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते इस पालकी सम्मेलन पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे थे. जिला प्रशासन के साथ दोनों देवस्थानों के विश्वस्तों एवं वारकरी प्रतिनिधियों की बैठकों का दौर चलता रहा है. इसमें इस साल के पालकी समारोहों के स्वरूप के बारे में चर्चा की गई. इसे अंतिम रूप देने के लिए आज कौंसिल हॉल में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में एक अहम बैठक संपन्न हुई. इसमें इस साल पैदल पालकी यात्रा नहीं निकाली जाएगी, यह तय किया गया.

बारिश के मौसम को देखते हुए लिया जाएगा निर्णय

इस बैठक में पैदल पालकी यात्रा की बजाय संत तुकाराम महाराज और संत ज्ञानेश्वर महाराज की पादुकाओं को बस, हेलीकॉप्टर या फ्लाइट से पंढरपुर ले जाने के विकल्पों पर चर्चा की गई. उस समय बारिश के मौसम की स्थिति को देखते हुए उचित फैसला करने के अधिकार राज्य सरकार को सौंपने का निर्णय लिया गया. गौरतलब हो कि इससे पहले आषाढी यात्रा में महत्वपूर्ण माने जानेवाली राज्य की सात सम्मान की पालकियों में से संत एकनाथ महाराज पैठण, संत निवृत्तीनाथ महाराज त्र्यम्बकेश्वर, संत मुक्ताबाई मुक्ताईनगर जलगांव और संत सोपान काका सासवड पुणे के पालकी सम्मेलन रद्द करने का फैसला किया गया है.

इस बैठक में विधायक सुनील शेलके, पूर्व विधायक उल्हास पवार, संभागीय आयुक्त  डॉ. दीपक म्हैसेकर, पुणे के पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम, पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त संदीप बिष्णोई, जिलाधिकारी नवल किशोर राम, पुणे जिला पुलिस अधीक्षक संदीप पाटील, निवासी उपजिलाधिकारी डॉ. जयश्री कटारे, देहू देवस्थान के प्रमुख विश्वस्त मधुकर महाराज मोरे, आलंदी देवस्थान के प्रमुख विश्वस्त एड. विकास ढगे-पाटील, राजाभाऊ चोपदार, विशाल मोरे, माणिक मोरे, सोपानदेव देवस्थान सासवड के गोपाल गोसावी उपस्थित थे.