पुणे में कोरोना ग्रस्तों के निदान का औसत बढ़ा

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पुणे. कोरोना वायरस के खिलाफ पुणे महानगरपालिका द्वारा नागरिकों की जांच पर जोर दिया जा रहा है. यहां हर दिन ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग किये जा रहे है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में प्रति दिन एक से डेढ़ हजार लोगों का ‘स्वैब टेस्टिंग’ किया जा रहा है. पुणे में प्रत्येक 10 लाख लोगों के लिए पांच हजार 753 परीक्षण किए जा रहे हैं और निदान की दर 8 फीसदी है. बता दें कि राज्य में सबसे ज्यादा परीक्षण मुंबई में किया जा रहा हैं, दूसरे नंबर पर पुणे है.

पुणे शहर में मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. शुरुआती दिनों में कोरोना स्क्रीनिंग की दर बहुत कम थी. इससे संख्या में वृद्धि हुई. बाद में शहर को अतिसंक्रमित भाग और दूसरा गैर अति संक्रमित भाग, ऐसे दो भागों में बांटा गया. कंटेन्मेंट जोन समेत अतिसंक्रमित भाग में ज्यादातर टेस्टिंग पर जोर दिया गया. इसके लिए कुछ एनजीओ की मदद ली गयी. जिससे ही आज ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने के आंकड़े सामने आ रहे है.

राज्य में सबसे अधिक मरीजों की संख्या मुंबई में 

राज्य में सबसे अधिक मरीजों की संख्या मुंबई में है. यहां हर एक लाख की आबादी पर 7097 लोगों की जांच की जा रही है और निदान की दर 23 प्रतिशत है. ठाणे में 6,939 मरीज हैं और हर दस लाख में 3141 परीक्षण किए जा रहे हैं. ठाणे में निदान दर 18 फीसदी है. बात करें पुणे की तो यहां में रोगियों की संख्या 5815 तक पहुंच गई है और अब तक 3264 लोग ठीक हुए है. ठीक होने वाले रोगियों का अनुपात 55 फीसदी है. जबकि 2 हजार 294 सक्रिय मरीज हैं. इसका अनुपात 40 फीसदी है. वहीं पुणे में मृत्यु दर 5 फीसदी है.