Big decision

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    पिंपरी. कोरोना (Corona) से बचाव के लिए कारगर साबित कोरोना टीकों (Vaccines) की किल्लत पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) में जारी टीकाकरण अभियान (Vaccination Campaign) को प्रभावित कर रही है। टीकों की कमी के चलते टीकाकरण केंद्रों की संख्या कम कर दी गई है, जिससे लोगों की भीड़ जिन केंद्रों में टीकाकरण शुरू है, उमड़ रही है। इस पृष्ठभूमि पर शुक्रवार को पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका प्रशासन के अधिकारियों और पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में मनपा की ओर से खुद 15 लाख टीके खरीदने का अहम फैसला किया गया।

    इसके लिए राज्य सरकार से तत्काल अनुमति मिलने की मांग महापौर ऊषा ढोरे ने की है। महापौर माई ढोरे के कार्यालय में हुई इस बैठक में मनपा महानगरपालिका राजेश पाटील, उपमहापौर हिराबाई उर्फ नानी घुले, सभागृह नेता नामदेव ढाके, स्थायी समिति सभापति एड. नितीन लांडगे, क्रीडा समिति सभापति उत्तम केंदले, पूर्व महापौर नितीन कालजे, राहूल जाधव, पूर्व उपमहापौर केशव घोलवे, तुषार हिंगे, नगरसदस्य एकनाथ पवार, शत्रुघ्न काटे, संतोष लोंढे, विलास मडिगेरी, अभिषेक बारणे, शशिकांत कदम, तुषार कामठे, ममता गायकवाड, सीमा सावले, आशा धायगुडे-शेंडगे, सुजाता पालांडे, अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकणे आदि उपस्थित थे।

    समीक्षा बैठक में लिया गया निर्णय

    कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और प्रकोप को रोकने के लिए मनपा द्वारा विभिन्न निवारक उपाय किए जा रहे हैं। इसमें कोरोना के खिलाफ सभी शहरवासियों को कोरोना प्रतिबंध टीका लगाने को प्राथमिकता दी जा रही है। हालांकि, टीकों की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण टीकाकरण की संख्या कम है। इसलिए आज की समीक्षा बैठक में वैक्सीन निर्माता से सीधे वैक्सीन खरीदने का निर्णय लिया गया। वैक्सीन खरीदने का निर्णय स्थायी समिति की हालिया बैठक में लिया गया, महापौर ऊषा उर्फ माई ढोरे ने कहा। साथ ही मनपा अस्पताल में कोरोना कार्य को गति देने के लिए नगरसेवकों की एक टीम अस्पताल प्रशासन के साथ काम करेगी, यह भी तय किया गया। महापौर ने मनपा कमिश्नर को निर्देश दिया है कि वे कोरोना की तीसरी संभावित लहर से उत्पन्न खतरे से बचने के लिए छोटे बच्चों के लिए एक अलग अस्पताल स्थापित करें।