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  • कोरोना कार्यों से मिली मुक्ति
  • दिवाली के बाद शिक्षा का करना होगा काम

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पुणे. कोरोना का प्रकोप रोकने और उसका मुकाबला करने के लिए महापालिका ने अपनी पूरी यंत्रणा काम पर लगा दी थी. क्वारंटाइन कक्ष से लेकर विभिन्न कक्ष प्रशासन द्वारा बनाए गए हैं. साथ ही सर्वे का काम भी किया जा रहा है. उसके लिए मनपा के सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मियों को काम पर लगा दिया गया था. लेकिन अब कोरोना का प्रकोप कम होता हुआ दिख रहा है.

नतीजा लगभग 9 हजार से अधिक कर्मियों को आर्डर जारी किया गया है कि उन्हें कोरोना काम से मुक्त कराया जाता है. उन्हें अपने मूल जगह पर काम करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन बालवाड़ी और आंगनवाड़ी सेविकाओं को सर्वे के काम से मुक्ति नहीं दी थी. लेकिन अब उन्हें भी इसी काम से मुक्त कराया गया है. साथ ही शिक्षा विभाग के शेष कर्मियों को भी कोरोना काम से मुक्त कराया है. दिवाली के बाद उन्हें शिक्षा विभाग का ही काम करना होगा. प्रशासन द्वारा यह निर्देश जारी किए गए हैं.

 विभिन्न कामों पर लगाए गए थे कर्मी

ज्ञात हो कि कोरोना शहर में तेजी से फ़ैल रहा है. अब तक 4 हजार से अधिक लोगों की जान इस वायरस ने ली है. साथ ही 5 हजार  से अधिक लोगों पर शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है. महापालिका द्वारा इसे रोकने के लिए कई प्रयास किय जा रहे है. महापालिका ने अपने स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और अधिकारियों के साथ ही शेष विभागों के भी अधिकारियों और कर्मियों को कोरोना के काम पर लगा दिया गया है. इसमें क्वारंटाइन कक्ष और अलगीकरण कक्ष में काम करना, सर्वे करना, कोरोना के काम की रिपोर्ट देना, शेल्टर में काम करना, कोरोना प्रतिबंधत्मक उपाय योजना के लिए जनजागृति करना, ऐसे कामों का समावेश है. इसके लिए मनपाकर्मी के साथ ही शिक्षा विभाग के कर्मी, आंगनवाड़ी सेविका, महिला बचत गट के लोग इन्हें काम दिया गया है. इसमें पीएमपी के कर्मियों का भी समावेश था.

कोरोना का प्रकोप कम

इस बीच, अब शहर में कोरोना का प्रकोप कम होता हुआ दिख रहा है. पहले प्रति दिन 1800 से अधिक संक्रमित मिल जाते थे, लेकिन अब इसके तादाद कम होकर 300 तक आई है. नतीजा कई कोविड सेंटर भी महापालिका प्रशासन द्वारा बंद किए है. लगभग 9 हजार से अधिक कर्मियों की आर्डर जारी की गई है कि उन्हें कोरोना काम से मुक्त कराया जाता है. महापालिका प्रशासन द्वारा यह निर्देश जारी किए गए है, लेकिन बालवाड़ी और आंगनवाड़ी सेविकाओं को सर्वे के काम से मुक्ति नहीं दी थी. लेकिन अब उन्हें भी इसी काम से मुक्त कराया है. साथ ही शिक्षा विभाग के शेष कर्मियों को भी कोरोना काम से मुक्त कराया है. दिवाली के बाद उन्हें शिक्षा विभाग का ही काम करना होगा. प्रशासन  द्वारा यह निर्देश जारी किए गए है.