अपने नगरसेवकों की ‘करतूत’ नजरअंदाज कर रही BJP

  • डॉक्टर से जवाब मांगने वाले को नोटिस और हंगामा करने वालों के प्रति 'धृतराष्ट्र' की भूमिका

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पिंपरी. मृत मरीज को आईसीयू (ICU) में शिफ्ट करने को लेकर वाईसीएम हॉस्पिटल (YCM Hospital) के डॉक्टर से जवाब मांगने पर अपने नगरसेवक को नोटिस जारी करने वाली भाजपा हालिया स्थायी समिति की बैठक में तोड़फोड़ और अधिकारियों के साथ धक्कामुक्की करने वाले नगरसेवकों की करतूत की ओर ‘धृतराष्ट्र’ की भूमिका अपनाए हुए है। इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बावजूद पिंपरी चिंचवड़ मनपा में सत्तादल भाजपा के नेता नामदेव ढाके यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि उस दिन सभागृह में ‘वैसा’ कुछ हुआ था।

बैठक में दिखाई देता है जगताप-लांडगे गुट का वैमनस्य

पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) शहर और मनपा में सत्तादल भाजपा दो खेमे में बंटकर रह गया है। वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण जगताप (MLA Laxman Jagtap) और शहराध्यक्ष एवं विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) ऐसे गुट लगातार एक-दूसरे पर हावी होने की कोशिश में जुटे हैं। इस गुटबाजी की छाप मनपा की स्थायी समिति की बैठक में लगातार पड़ती नजर आ रही है। लगातार दो बैठकों में जगताप समर्थक नगरसेवक हंगामा कर रहे हैं। पिछली बैठक में तो माइक, प्लेट, टेलीफोन की तोड़फोड़ के साथ स्थायी समिति सभापति संतोष लोंढे, मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर पर दौड़े जाने और नगरसचिव उल्हास जगताप के साथ धक्कामुक्की करने तक की हिमाकत की गई।

लांडगे समर्थकों पर हवी जगताप गुट

जगताप समर्थक स्थायी समिति की बैठकों में लगातार विधायक लांडगे समर्थकों पर हावी हो रहा है। उनके इस रवैये से लांडगे समर्थक रहे स्थायी समिति सभापति संतोष लोंढे और नगरसेवकों लेकर अधिकारी वर्ग भी नाराज है। इन सबके बावजूद मनपा में सत्तादल के नेता नामदेव ढाके (Namdev Dhake) इन नगरसेवकों की ‘करतूतों’ को गंभीरता से लेने की बजाय ‘धृतराष्ट्र’ की भूमिका अपनाए हुए हैं। कुछ माह पहले वाईसीएम हॉस्पिटल में एक मृत मरीज को आईसीयू में शिफ्ट करने की कोशिश करने वाले डॉक्टरों से जवाब मांगने वाले भाजपा नगरसेवक संदीप वाघेरे को ढाके ने तत्काल नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा था। हालांकि स्थायी समिति की बैठक में लगातार हंगामा, तोड़फोड़ और धक्कामुक्की तक की हिमाकत करनेवाले नगरसेवकों की करतूतों वे नजरअंदाज कर रहे हैं।

सभागृह नेता ने बात को टाला

इस बारे में जब संवाददाताओं ने पूछा तब सभागृह नेता ढाके ने स्थायी समिति की बैठक में ‘वैसा’ कुछ हंगामा होने की बात से ही इनकार कर दिया। जब पूरे मामले का वीडियो वायरल होने की ओर उनका ध्यानाकर्षित करने की कोशिश की गई तब उन्होंने फर्जी एफडीआर के मामले में मनपा आयुक्त से जवाब मांगने के दौरान थोड़ा हंगामा होने की बात कही। मनपा के हित में उन नगरसेवकों ने आवाज उठाई, यह कहकर उन्होंने एक तरह से तोड़फोड़ और धक्कामुक्की की घटना का समर्थन ही कर दिया। हालांकि पार्टी के दो बाहुबली नेताओं के बीच जारी टकराव से उनकी चिंता संवाददाताओं से छिपी न रह सकी। अब भाजपा के प्रदेश स्तर के आला नेता इस पूरे मसले पर क्या भूमिका अपनाते हैं? यह देखना दिलचस्प होगा।