एनसीपी नगरसेवक बाबूराव चांदेरे का आरोप
पुणे. महापालिका के खजाने में जीएसटी के तहत 312 करोड़ जमा हुए लेकिन इसको लेकर NCP परेशान है. क्योंकि जिन्होंने यह काम किया उस अभिभावक मंत्री अजीत पवार के नाम का उल्लेख नहीं है. एनसीपी नगरसेवक बाबूराव चांदेरे ने सत्ताधारियों को इस विषय पर घेर लिया है.
अच्छे काम की सराहना करना आवश्यक
चांदेरे ने कहा कि कोरोना के कारण, सभी प्रणालियों को साढ़े तीन महीने के लिए लकवा मार गया था और निगम के वित्तीय मार्ग बंद हो गए थे. हालांकि, मनपा जो कोरोना के कारण वित्तीय संकट में है, ने अब तक राज्य सरकार से जीएसटी में 312 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं. जो मनपा के लिए एक बड़ी राहत है. जबकि लॉकडाउन ने मनपा की आय को प्रभावित किया है.
पुणे जिले के अभिभावक मंत्री अजीत पवार ने मुश्किल समय में बिना किसी राजनीति के सहायता की है. ऐसा होने के बावजूद स्थायी समिति के अध्यक्ष ने प्रेस में अभिभावक मंत्री अजीत पवार के नाम का उल्लेख नहीं किया. स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष और नगरसेवक बाबूराव चंदेरे ने राकांपा की ओर से नाराजगी व्यक्त की. इस अवसर पर चंदेरे ने कहा कि अभिभावक मंत्री अजीत पवार ने बहुत अच्छा काम करने के लिए महापौर की प्रशंसा की थी. तो फिर पालकमंत्री की क्यों सराहना नहीं की जा रही है. ऐसा भी सवाल बाबूराव चंदेरे द्वारा किया गया.