कोरोना काल में भी सीए की परीक्षा शुरु

  • परीक्षा केंद्रों की संख्या 500 से 1100 की गई
  • छात्र, सीए सदस्यों का उल्लेखनीय कार्य

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पुणे. कोरोना संकट के समय भी उचित योजना और नियमों के सख्त पालन करने के कारण सीए की परीक्षा बेहतर तरीके से शुरू हो गई है.  सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन के साथ ही छात्रों को परीक्षा देने में किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े, इसलिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 500 से 1100 तक की गई है. इसलिए ग्रामीण परिसर के छात्रों को परीक्षा देने मे सुविधा हुई.

ऐसी जानकारी द इन्स्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटंट्स ऑफ इंडिया (आयसीएआय) के वेस्टर्न इंडिया रिजनल काउन्सिल (डब्ल्यूआयआरसी) के अध्यक्ष सीए ललित बजाज ने दी.

कोरोना को लेकर जागरूकता, जरूरतमंद लोगों की मदद

पत्रकार परिषद मे ललित बजाज ने उक्त जनकारी दी. केंद्रीय समिति के सदस्य सीए चंद्रशेखर चितले, सीए यशवंत कासार, ‘डब्ल्यूआयआरसी’ के सचिव सीए मुर्तजा कांचवला, पुणे शाखा के अध्यक्ष सीए अभिषेक धामणे, उपाध्यक्ष सीए समीर लड्ढा, सचिव सीए काशीनाथ पठारे आदि उपस्थित थे. ललित बजाज ने कहा कि कोरोना काल में समाज की मदद करने के लिए सीए इन्स्टिट्यूट के सभी सदस्य देशभर में उल्लेखनीय काम कर रहे हैं. कोरोना को लेकर जागरूकता, जरूरतमंद लोगों की मदद की गई, साथ ही कार्यक्रम किए. 

अध्ययन सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध

सीए परीक्षा को लेकर छात्र, उनके माता-पिता चिंतित थे, लेकिन इन्स्टिट्यूट के माध्यम से सभी प्रकार के उपाय के साथ परीक्षाएं ली जा रही हैं. सभी अध्ययन सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं. आने वाले वर्षों में अभिनव परिवर्तन करने के लिए सकारात्मक चर्चा चल रही है. सीए चंद्रशेखर चितले ने कहा कि अध्ययन सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती है और वेबिनार, ऑनलाइन कार्यशालाएं, विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं. सीए की परीक्षा देने के लिए सामान्य परिवारों के छात्रों के लिए अनुकूल माहौल बनाया जा रहा है. विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं की शुरुआत की जा रही है. साथ ही  अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जा रहा है. आयसीएआय’ द्वारा विभिन्न सुझाव दिए जा रहे हैं. छोटे और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. सीए संदर्भ के कानून में हुए बदलाव छात्रों और सीए तक पहुचाएं जा रहे हैं.