Pune Municipal Corporation

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  • महापालिका कमिश्नर विक्रम कुमार का फैसला
  • पूर्व कमिश्नर शेखर गायकवाड़ के निर्देश में बदलाव

पुणे. कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन की वजह कई क्षेत्र प्रभावित हो चुके हैं. महापालिका के मौजूदा साल के बजट पर भी इसका असर हुआ है क्योंकि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब बजट में प्रस्तावित एक भी नए योजना पर खर्चा नहीं किया जाएगा. सिर्फ देखभाल और मरम्मत के काम किए जाएंगे. साथ ही जो आवश्यक काम हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. इन आवश्यक कामों की जांच एक कमेटी द्वारा की गई है. कमिटी के सिफारिश के बाद ही आवश्यक काम किए जा रहे है. 

मनपा कमिश्नर के अध्यक्षता में यह कमेटी बनाने का निर्णय पूर्व कमिश्नर शेखर गायकवाड़  ने लिया था, लेकिन मौजूदा कमिश्नर विक्रम कुमार ने इसमें बदलाव करने के निर्देश दिए है. अब अतिरिक्त आयुक्तों के स्तर पर सभी खर्चा की जांच होगी. आवश्यकता के अनुसार ही ऐसे प्रस्ताव आयुक्त के पास भेजे जाएंगे. ऐसी जानकारी मनपा सूत्रों द्वारा दी गई.

खर्चा कम करने के सरकार के निर्देश

महापालिका का करीब 7 हजार 390 करोड़ का 2020-2021का बजट है, लेकिन अब इस बजट में प्रस्तावित की गई एक भी योजना नहीं पूरी हो सकती क्योंकि कोरोना का महापालिका के मौजूदा साल के बजट पर भी इसका असर हुआ है. क्योंकि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब बजट में प्रस्तावित एक भी नए योजना पर खर्चा नहीं किया जाएगा. साथ ही नई योजना प्रस्तावित भी नहीं करनी है. सिर्फ देखभाल और मरम्मत के काम किए जाएंगे. उसके लिए सिर्फ 33 प्रतिशत निधि अदा किया जाएगा. हाल ही में तो कोई भी काम ना करने के निर्देश सरकार द्वारा दिए गए है.

मनपा कमिश्नर थे कमेटी के अध्यक्ष

राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनपा की वित्तीय हालत सुधारने के लिए यह फैसला लिया गया है. मरम्मत के कामों के साथ ही आवश्यक काम भी किए जाएंगे. इस बीच, शहर में जो आवश्यक काम साल भर में करने हैं, ऐसे सभी कामों की सूची महापालिका कमिश्नर ने सभी विभाग प्रमुखों से मांगी थी. इन आवश्यक कामों की जांच एक कमिटी द्वारा की जा रही है. उसके लिए महापालिका ने एक कमिटी का गठन किया है. जिसमे 5-6 लोग हैं. मनपा कमिश्नर इसके अध्यक्ष थे. साथ ही दोनों अतिरिक्त आयुक्त, नगर अभियंता, मुख्य लेखापाल और मध्यवर्ती भंडारण के विभाग प्रमुख इस कमिटी में होंगे. कमिटी के सिफारिश के बाद ही आवश्यक काम किए जाएंगे. साथ आगामी काल में किए जानेवाले खरीदी पर भी इस कमिटी का नियंत्रण रहेगा. कम से कम खर्चा में काम करने का निर्णय मनपा ने लिया है. पूर्व कमिश्नर शेखर गायकवाड़ द्वारा यह फैसला लिया गया था, लेकिन मौजूदा कमिश्नर विक्रम कुमार ने इसमें बदलाव करने के निर्देश दिए है. अब अतिरिक्त आयुक्तों के स्तर पर सभी खर्चा की जांच होगी. आवश्यकता के अनुसार ही ऐसे प्रस्ताव कमिश्नर के पास भेजे जाएंगे. इससे कमिश्नर का समय बचेगा. ऐसी जानकारी मनपा सूत्रों द्वारा दी गई.