पिंपरी. आंद्रा-भामा आसखेड़ डैम से 100 एमएलडी पानी लाने का प्रोजेक्ट कागजातों में ही है और पिंपरी और चिंचवड मनपा ने 27 किलोमीटर तक वॉटर पाइपलाइन डलवाने और पानी की 16 टंकी बनाने का काम शुरू कर दिया है. इन कार्यों के लिए 103 करोड़ 15 लाख 27 हजार 187 रुपए के 2 टेंडर को फाइनल किया गया है. इनमें से 100 करोड़ रुपए का टेंडर कॉन्ट्रैक्टर्स के आपसी सांठगांठ से हुआ है.
टेंडर के लिए स्पर्धा नहीं हुई. दोनों टेंडर के लिए कॉन्ट्रैक्टर्स ने ज्यादा दर में टेंडर भरा है. इससे मनपा को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. इस वजह से इन टेंडर्स पर संदेह जताया जा रहा है. इन टेंडर्स के प्रस्तावों को स्थगित रखने के लिए स्थायी समिति को मजबूर होना पड़ा है. आंद्रा और भामा आसखेड़ डैम से पानी लाने के लिए चिखली में वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाने और वाटर सप्लाई योजना चलाई जा रही है. मौजूदा स्थिति में आंद्रा डैम से सीधे पाइपलाइन के जरिये पानी लाने में समय लगने की संभावना है.
वॉटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाया जा रहा
देहू-बोकड़ेवाड़ी बांध के पास 100 मिलियन लीटर क्षमता के वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाने और चिखली के वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर तक रायजिंग मेन डालने का विकल्प सिंचाई विभाग द्वारा सुझाए गए हैं. शहर के नये विकसित होने वाले क्षेत्रों चिखली, चर्होली, बडमुखवाड़ी, दिघी और मोशी परिसर में इस पानी का इस्तेमाल होगा. मनपा के आंद्रा और भामा आसखेड़ डैम से पानी लाने के कार्य के लिए नागपुर स्थित डीआरए कंसल्टेंट की प्रोजेक्ट मैनेजमेंट को एडवाइजर के रूप में नियुक्त किया गया है. इसने पिंपरी-चिंचवड शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 27 पानी की टंकी बनाने और 55 किलोमीटर लंबी बाटर पाइपलाइन डालने के कार्य का एक्शन प्लान तैयार किया है.
कॉन्ट्रैक्टर्स में सांठगांठ होने की आशंका
4 पैकेज निश्चित कर 201 करोड़ 52 लाख 65 हजार 323 रुपए खर्च का बजट तैयार किया है. इस बजट की तकनीकी मंजूरी लेकर इन कार्यों का टेंडर 18 दिसंबर 2019 को जारी किया गया. इस टेंडर को 31 जनवरी 2020 में खोला गया. इसमें कॉन्ट्रैक्टर्स में रिंग होने की जानकारी सामने आई. इनमें से पहले और चौथे पैकेज में कार्यों का टेंडर स्थायी समिति के सामने रखा गया. लेकिन 100 करोड़ रुपए के टेंडर में कॉन्ट्रैक्टर्स ने आपसी सांठगांठ की.टेंडर में स्पर्धा नहीं हुई. दोनों टेंडर के लिए कॉन्ट्रैक्टर्स ने अधिक रकम का टेंडर भरा. ऐसे में मनपा के साथ आर्थिक लूट होने की संभावना दिखती है. इसमें गोलमोल होने का संदेह जाहिर किया जा रहा है.
कार्यों का बंटवारा कर भटकाने का आरोप
वाटर सप्लाई के कार्य का बंटवारा कर दिया गया है. पहले और चौथे पैकेज में कार्यों का टेंडर स्थायी समिति के सामने रखा गया है. ऐसे कार्यों का बंटवारा करके भटकाने का आरोप लगाया गया है. पहले पैकेज में 8 जगहों पर पानी की टंकी बनाई जाएगी. साथ ही इन टंकियों को भरने के लिए नयी पाइपलाइन डाली जाएगी. गुडविल कंस्ट्रक्शन की अन्य कॉन्ट्रैक्टर की तुलना में दर कम होने की वजह से टेंडर को स्वीकृत कर लिया गया. इसके अनुसार कार्यों पर कुल 48 करोड़ रुपए खर्च होंगे. जबकि चौथे पैकेज में 8 जगहों पर पानी की टंकी बनाई जाएगी और नयी पाइपलाइन डाली जाएगी. इसके लिए एस.एस. साठे ने टेंडर भरा है. इसकी दर कम होने की वजह से उसे स्वीकृति दे दी गई. इसमें भी टेंडर स्पर्धा नहीं हई और इसे फाइनल कर दिया गया. इन कार्यों पर 52 करोड़ रुपए खर्च होंगे.