कोरोना काल में वरदान बनी डायल-108

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  • राज्य के 1 लाख 40 हजार मरीजों को मिली सेवा
  • 443 एंबुलेंस दे रही सेवा

पुणे. कोरोना के समय राज्य की आपात्कालीन वैद्यकीय सेवा डायल-108 फ्री एंबुलेंस सेवा आम जनता के लिए वरदान साबित हुई. कोरोना के समय में 443 एंबुलेंस द्वारा अब तक कुल 1 लाख 40 हजार 966 कोरोना मरीजों को हॉस्पिटल तक फ्री सेवा दी गई.

ज्ञात हो कि 9 मार्च को राज्य का पहला पॉजिटिव मरीज पुणे में सामने आया था. इसके बाद पूरे राज्य में इसका संक्रमण तेजी से फैला. उस समय कोरोना का भय होने के कारण एंबुलेंस मरीजों को ले जाने के लिए तैयार नहीं होती थीं. इस सेवा के पुणे जिला व्यवस्थापक डॉ. प्रियंका जावले ने बताया कि इस समय में राज्य शासन के त्वरित मेडिकल सेवा के अंतर्गत डायल-108 एंबुलेंस ने मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा दी. राज्य में आपत्कालीन मेडिकल सेवा के अंतर्गत टोल फ्री मुफ्त एंम्बुलेंस सेवा की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई. यह सुविधा भारत विकास ग्रुप (बीवीजी) द्वारा जारी है. वर्तमान में महाराष्ट्र में एडवान्स लाईफ सपोर्ट (आयसीयू सुविधा) की 233 तथा बेसिक लाईफ सपोर्ट (मुलभूत मेडिकल सुविधा) की 704 एंबुलेंस हैं. कोरोना संकंट समय में राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त ने इसमें से 25% एंबुलेंस मनपा क्षेत्र के मरीजों को दी थी.

 पुणे में 5500 मरीजों को सेवा

कोरोना संकंट में पुणे के 5 हजार 469 कोरोना मरीजों को सेवा दी गई है. मुंबई के 22 हजार, चंद्रपुर के 8 हजार, रत्नागिरी के 7 हजार 554, अमरावती के 5 हजार 630, कोल्हापुर के 6 हजार 50 तथा अहमदनगर के 1 लाख 40 हजार मरीजों को सेवा दी गई.

कुल 50 लाख मरीजों ने लाभ उठाया

कोरोना संकंट समय में सभी जिलों में 108 डायल एंबुलेंस सेवा ने लगभग डेढ लाख कोरोना मरीजों को सेवा दी है. इसमें से कुल एंबुलेंस में से 50% एंम्बुलेंस कोविड ड्यूटी पर तैनात हैं. यह सेवा देते हुए हमारे 100 से अधिक डॉक्टर व ड्राइवर कोरोना बाधित हो चुके हैं. कुछ क्वारंटाइन हुए हैं. इसमें से कुछ ठीक होकर फिर से ड्यूटी के लिए तैनात हुए है. इन सभी के बावजूद हम सबको अच्छी सेवा दे रहे हैं. – डॉ. ज्ञानेश्वर शेलके, चीफ ऑपरेटर ऑफिसर, डायल 108