मियादपूर्व तबादले से पुणे पुलिस बल में असंतोष!

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पुणे. एक साथ 1289 पुलिस कर्मचारियों के एक साथ तबादले के आदेश से पुणे शहर पुलिस बल में असंतोष व्याप्त हो गया है.इसमें से कई कर्मचारियों के तबादले मियादपूर्व किये गए हैं, जिससे उनमें नाराजगी बनी हुई है.उन्हें लग रहा है कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है. इसी नाइंसाफी को दूर करने की गुहार के साथ सोमवार की सुबह-सुबह कर्मचारियों का जत्था पुलिस आयुक्त से मिलने पहुंचा. पुलिसकर्मियों के इस रवैये पर नए पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता क्या फैसला करते हैं? इसकी ओर सभी की निगाहें गड़ गई हैं.

दो दिन पहले पुणे पुलिस बल के 1289 कर्मचारियों के एक साथ तबादले किये गए. इसमें हर साल नियमानुसार किये जानेवाले तबादले की प्रक्रिया के अनुसार पुलिस कर्मचारियों के तबादले किये गए हैं. एक ही जगह पर 6 साल की तैनाती के बाद पुलिस कर्मचारियों का दूसरी जगह तबादला किया जाता है. इसके अनुसार कुछ तबादले किये गए हैं. कुछ तबादले संबंधित पुलिसकर्मियों की गुजारिश पर किये गए हैं. वहीं कुछ तबादले डिफाल्ट रिपोर्ट की वजह से किये गए हैं. तबादलों के आदेश से पुलिसकर्मियों में असंतोष व्याप्त है क्योंकि कई पुलिस कर्मचारियों के तबादले मियादपूर्व किये गए हैं.

नाराजगी का माहौल बना हुआ

पहले के पुलिस कमिश्नर ने तबादलों के बारे में नटोरियस कर्मचारियों की जानकारी मंगाई थी. इसमें मियादपूर्व, मियाद पूर्ण और तबादले की गुजारिश करनेवाले कर्मचारियों का भी समावेश था. अब सभी कर्मचारियों के तबादले किये गए हैं. मियादपूर्व तबादलों से पुलिसकर्मियों में नाराजगी का माहौल बना हुआ है.उनका कहना है कि समय से पहले तबादला कर उनके साथ नाइंसाफी की गई है. यह नाइंसाफी दूर करने और मियादपूर्व तबादले रद्द करने की गुजारिश के साथ आज कई पुलिस कर्मचारी सुबह सुबह पुलिस आयुक्तालय में पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचे थे.