दिवाली की खरीदारी करने उमड़ी भीड़

  • पुलिस व मनपा प्रशासन की चिंता बढ़ी

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पुणे/पिंपरी. कल दीयों का त्यौहार दीपावली है. पर्वों का राजा मानेजानेवाले दीपावली त्यौहार की खरीदारी निमित्त पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के प्रमुख बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी है. सोशल डिस्टेसिंग की पूरी तरह धज्जियां उड़ रही है. इसके साथ ही भले ही कोरोना का संक्रमण शहर में कम हुआ हो, लेकिन अभी तक कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है. ऐसे में लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही को देखते हुए मनपा और पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.  फिलहाल किसी तरह से कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रित हुई है. भीड़ की वजह से दिवाली के बाद शहर में मरीजों की संख्या में फिर से बढ़ोतरी होने की आशंका व्यक्त करते हुए दोनों मनपाओं ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है.

बाजार, मॉल ग्राहकों से भरे 

खरीदी के लिए नागरिक बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं. पिंपरी कैंप, बड़े-बड़े मॉल में खरीदी के लिए भारी भीड़ उमड़ती नजर आ रही है. नागरिकों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग को सभी भूल गए हैं. लोग मास्क का इस्तेमाल करते नजर नहीं आ रहे हैं.

गणेशोत्सव के बाद गंभीर हुई थी स्थिति

इस भीड़ को खतरे की घंटी माना जा रहा है. गणेशोत्सव में नागरिकों द्वारा कोरोना नियमों का उल्लंघन किया गया. सावधानी नहीं बरती गई. इसका परिणाम गणेशोत्सव के बाद शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिला. यह बढ़ोतरी 15 दिनों तक बनी हुई थी. इसके मद्देनजर नागरिकों से दिवाली में सावधानी बरतने की अपील मनपा द्वारा बार-बार की जा रही है. लेकिन नागरिकों द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.

कोरोना को निमंत्रण दे रहे लोग

खरीदी के लिए बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकलकर एक तरह से कोरोना को निमंत्रण दे रहे हैं. भीड़ देखकर मनपा भयभीत है. ऐसा कहा जा रहा है कि दिवाली के बाद कोरोना की दूसरी लहर आएगी. दिवाली पर नागरिकों ने सावधानी नहीं बरती तो मरीजों की संख्या बढ़ने का डर प्रशासन द्वारा व्यक्त किया जा रहा है. सितंबर महीने की शुरुआत से ही पुणे तथा पिंपरी-चिंचवड़ में कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रण में आती नजर आई. आठ महीने के बाद मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने में मनपा को सफलता मिली है. मौजूदा सप्ताह में मरीजों की संख्या 100 के नीचे चली गई है. मरीजों की संख्या कम होने से मौत की संख्या भी कम हुई है. पिछले सात महीने के बाद रविवार को पहली बार शहर में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई. इस तरह की आशादायक तस्वीर सामने आई है.

 शिकायत का कोई फायदा नहीं

शहर के व्यापारियों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अतिक्रमण की वजह से बहुत परेशानी है. इसे लेकर मनपा प्रशासन को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती. इसलिए बाजार के बहुत सारे व्यापारी नाराज है. हमने इसके लिए बाउंसर भी रखे लेकिन उनके साथ भी दादागिरी होती है. कोरोना में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना चाहिए, लेकिन नहीं हो रहा है.