पिंपरी. निर्विरोध रूप से उप महापौर (Deputy Mayor) चुने जाने के बाद जीत की खुशियों पर तब ग्रहण लग गया, जब नव निर्वाचित उप महापौर हीराबाई घुले (Hibarai Ghule) के पुत्र के खिलाफ पुलिस (Police) ने मामला दर्ज कर लिया। असल में घुले के उप महापौर चुने जाने के बाद उनके पुत्र और सैकड़ों की तादाद में मौजूद समर्थकों ने मनपा के प्रवेश द्वार पर कोरोना (Corona) के नियमों (Rules) की धज्जियां उड़ाते हुए जश्न मनाया और रैली निकाली।
संचारबंदी और कोविड की रोकथाम के लिए जारी नियमों के उल्लंघन करने को लेकर पिंपरी पुलिस ने घुले के पुत्र और शिक्षा मंडल के पूर्व सभापति चेतन गोवर्धन घुले (निवासी गणेशनगर, बोपखेल, पुणे) समेत 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ मनपा के सुरक्षा पर्यवेक्षक दत्तात्रय बारकु भोर (60, निवासी कृष्णानगर, चिंचवड, पुणे) ने शिकायत दर्ज कराई है।
60 से 70 कार्यकर्ताओं के साथ मनपा में इकट्ठा हुए थे
पिंपरी-चिंचवड़ शहर में महामारी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। आए दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। महामारी का असर रोकने के लिए प्रशासन ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। पिंपरी-चिंचवड पुलिस ने शहर में संचारबंदी आदेश लागू किया है। इस बीच 23 मार्च को मनपा में उप महापौर का चुनाव हुआ, जिसमें भाजपा की हीराबाई उर्फ नानी घुले निर्विरोध चुनी गईं। चुनाव के बाद उनके पुत्र चेतन घुले, जो मनपा शिक्षा मंडल के सभापति रह चुके हैं, अपने 60 से 70 कार्यकर्ताओं के साथ मनपा मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर इकट्ठा हुए। यहां नारेबाजी करते हुए फूलों की बारिश के साथ औऱ ढोल-ताशा की गूंज में जश्न मनाया गया। इस जश्न और हंगामे के दौरान चेतन घुले और उनके समर्थक शहर में कोविड के मद्देनजर लागू संचारबंदी और दूसरे प्रतिबंधात्मक नियमों को भुला बैठे।
मास्क लगाने का भी ख्याल नहीं रहा
यहां तक कि मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग तक को ताक पर रखा गया। इसके चलते पुलिस ने घुले और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।