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  •  क्राइम ब्रांच यूनिट-4 ने 12 घंटे के भीतर सुलझाई गुत्थी

पिंपरी. पत्नी साथ में नहीं रहती, इस कारण से एक पिता ने अपने ही 3 साल के मासूम बेटे को अपने दोस्त के जरिये अगवा किये जाने की चौंकाने वाली वारदात सामने आयी है. पिंपरी-चिंचवड़ के ताथवड़े इलाके में मंगलवार की शाम साढ़े पांच बजे के करीब हुई इस वारदात की गुत्थी को 12 घंटे के भीतर सुलझाते हुए क्राइम ब्रांच यूनिट-4 की टीम ने अपहृत बच्चे को सही सलामत छुड़ाया और आरोपी पिता और उसके दोस्त को सलाखों के पीछे डाल दिया.

पत्नी से अलग रहने के कारण रची साजिश

महावीर किंचींक सालवे, मितेश उर्फ मितवा मारुती भगत (दोनों निवासी मलोली, मालशिरस, सोलापुर) ऐसे इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हैं. पुलिस ने उनकी चुंगुल से वीरेंद्र महावीर सालवे नामक महावीर के तीन साल के बच्चे को सही सलामत छुड़ाकर उसकी मां के कब्जे में सौंप दिया है. इस बारे में वीरेंद्र की नानी शोभा रामदास डोलस (40) ने वाकड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. 

केईएम हॉस्पिटल के पास से मितेश को हिरासत में लिया

क्राइम ब्रांच यूनिट-4 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मोहन शिंदे ने इस वारदात की जानकारी देते हुए बताया कि बीती शाम वीरेंद्र को तब अगवा कर लिया गया जब वह ताथवड़े में अपनी नानी के घर के बाहर खेल रहा था. वाकड पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई. वारदात की गंभीरता को ध्यान में लेकर पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त सुधीर हिरेमठ ने क्राइम ब्रांच को इस मामले की समांतर जांच के आदेश दिए. यूनिट-4 की टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर अपहरणकर्ता की पहचान की. इसके बाद पुणे के रास्ता पेठ में केईएम हॉस्पिटल के पास से मितेश को हिरासत में लिया. पूछताछ में उसने वीरेंद्र के पिता महावीर के कहने पर उसका अपहरण किये जाने की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस महावीर की तलाश में जुट गई. वह वीरेंद्र को लेकर उरुली कांचन बस डिपो के पीछे अपने एक रिश्तेदार के घर गया था. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने आज तड़के चार बजे के करीब वहां पहुंच कर घर की छत पर महावीर को तब हिरासत में लिया जब वह और वीरेंद्र दोनों गहरी नींद में सोए थे.

तड़के ही पुलिस ने धर दबोचा

महावीर की पत्नी उसके साथ नहीं रहती, इसलिए उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने ही बेटे का अपहरण किया, ऐसा उसने पुलिस को बताया. वीरेंद्र को उसकी मां को सौंपकर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरी कार्रवाई को यूनिट -4 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मोहन शिंदे, सहायक निरीक्षक अंबरिष देशमुख, कर्मचारी प्रविण दले, नारायण जाधव, संजय गवारे, धर्मराज आवटे, दादाभाऊ पवार, अदिनाथ मिसाल, संतोष असवले, तुषार शेटे, लक्ष्मण आढारी, मोहम्मद गौस नदाफ, वासुदेव मुंडे, शावरसिध्द पांढरे, प्रशांत सैद, सुनिल गुट्टे, तुषार काले, सुरेश जायभाये, अजिनाथ ओंबासे, धनाजी शिंद, सुखदेव गावंडे, गोविंद चव्हाण, नागेश माली, राजेंद्र शेटे की टीम ने अंजाम दिया.