Muralidhar Mohol

  • अब तक एक लाख 65 हजार मामले , 4395 मरीजों की मृत्यु
  • एक लाख 56 हजार 471 मरीज ठीक हुए

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पुणे. कभी पूरे देश में महामारी कोरोना के संक्रमण के सर्वाधिक मामलों वाले शहर के रूप में शामिल पुणे में भले ही अब कोरोना संक्रमित के मामलों में कमी आई हो, लेकिन इसका खतरा अभी भी टला नहीं है, बल्कि यह खतरा तलवार की भांति शहरवासियों के सिर पर बराबर लटक रही है. 

कोरोना की दूसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. खुद शहर के महापौर मुरलीधर मोहोल भी इसी चिंता में डूबे हुए हैं.उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि मामले कम होने से बेफिक्र न रहें, मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टन्टिंग का अनुपालन बराबर करते रहें.

जनवरी और फरवरी में दूसरी लहर की आशंका

नए साल में जनवरी और फरवरी के महीने में महामारी कोरोना के दूसरी लहर के फैलने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित रहे पुणे शहर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, ताकि अगर दूसरी लहर आती है तो उसे समय पर नियंत्रित किया जा सके. पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने नागरिकों से महामारी से बचाव के लिए सभी नियमों के पालन करने का अनुरोध किया है. ऐसे व्यापारी जो ज्यादा दौड़ भाग करने वाले हैं, दूसरों के घरों में काम करने वाले नौकर, मजदूर वर्ग या फिर सरकारी कर्मचारी ये सभी लोग कोरोना के कैरियर साबित हो सकते हैं.

लोग और सावधानी बरतें

महापौर ने कहा कि ऐसे लोगों लोगों की वजह से शहर में कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है. इसलिए लोगों को और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.हालांकि अगर हम सभी सावधानियों का ध्यान रखेंगे तो कोरोना को नियंत्रित करने में आसानी होगी. मोहोल ने बताया कि आने वाले समय में पुणे शहर में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका है.इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है. इस लड़ाई में सबके सहभाग की जरूरत है ताकि हमारी जीत हो सके.शहर में सुपर स्प्रेडर लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट करने का आदेश प्रशासन की तरफ से दिया गया है. इसके अलावा मनपा समेत जिला पंचायतों को भी सतर्क रहने का आदेश दिया गया है.

प्रशासन पूरी तरह से तैयार 

गौरतलब हो कि पुणे में अब तक कोरोना के एक लाख 65 हजार मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 4395 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि एक लाख 56 हजार 471 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके हैं.शहर में फिलहाल 4176 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से 383 मरीजों की हालत गंभीर है जबकि 253 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.गत कुछ दिनों से पॉजिटिव मामलों में लगातार कमी आ रही है हालांकि महामारी के दूसरे दौर के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि जनवरी और फरवरी महीने में कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है. हालांकि यह आएगी ही ऐसा जरूरी नहीं है. अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है.कोरोना के वैक्सीन को बांटने की भी तैयारियां जोर-शोर से शुरू हैं.पहले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को इसे दिया जाएगा.

25 से विशेष जांच मुहिम

दिवाली में आम नागरिकों द्वारा सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करने के कारण दिसंबर-जनवरी में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा जताई गई है. सावधानी के उपाय के रूप में शहर में जिन भागों में बुखार के मरीज पाए जाएंगे, वहां मनपा प्रशासन द्वारा 25 नवंबर से कोरोना जांच मुहिम चलाई जाएगी. इस मुहिम के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल्स से सहायता ली जाएगी. इसके लिए स्पेशल सिस्टम भी विकसित किया जाएगा. यह जानकारी मनपा प्रशासन द्वारा दी गई है.

घर-घर जाकर विशेष जांच की जाएगी

अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से कोरोना के मरीजों की संख्या कम हो गई है. इससे मनपा प्रशासन को भारी राहत मिली है. मगर अब अनलॉक के बाद दिवाली की खरीदी के लिए बाजार में काफी भीड़ हो गई थी. भीड़ की वजह से कोरोना का कितना प्रसार होगा? यह समझने के लिए कम से कम दो सप्ताह का समय लगेगा. उसके बाद यदि कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि पाई गई तो मनपा प्रशासन द्वारा सावधानी के उपाय के रूप में 25 नवंबर से शहर में कोरोना प्रतिबंधक योजनाएं चलाई जाएंगी. मनपा के सहायक स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ. संजीव वावरे ने कहा कि शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को बुखार के मरीजों के नाम, फोन नंबर और पता आदि जानकारियां मनपा प्रशासन को देनी होगी. इन जानकारियों के आधार पर जिन भागों में बुखार के सर्वाधिक मरीज पाए जाएंगे वहां घर-घर जाकर विशेष जांच की जाएगी. साथ ही संबंधित मरीजों की कोरोना जांच भी की जाएगी. ये जानकारियां मनपा प्रशासन को देने के लिए सभी डॉक्टर्स को स्पेशल लिंक उपलब्ध कराई गई है.