दुकानें खोलने की इजाजत दे सरकार, व्यापारी एसोसिएशन की मांग

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    पुणे. दुकानें बंद (Shops Closed) रखने के प्रशासन का शहर के व्यापारी विरोध (Merchant Protest) कर रहे हैं। सोमवार की रात को पुणे महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार (Pune Municipal Corporation Commissioner Vikram Kumar) का आदेश आया।  उसकी जानकारी व्यापारियों को नहीं थी, इसलिए मंगलवार दोपहर तक व्यापरियों ने अपनी दुकानें खोल रखीं थी। पर दोपहर को पुलिस (Police) ने इसे बंद करा दिया। इसके विरोध में लक्ष्मी रोड के व्यापारी संगठनों ने गणपति चौक में आंदोलन (Protest) किया। 

    इस निर्णय में सुधार करते हुए सख्त प्रतिबंधों के साथ और कोविड के सभी नियमों का पालन करते हुए दुकानें शुरू करने की मंजूरी सरकार दे, ऐसी मांग फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ महाराष्ट्र (फाम) के  वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश शाह ने किया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार से इसपर विचार करने की मांग उन्होंने की।

    नाई समाज को मिले आर्थिक मदद

    निलेश पांडे, महेश सांगले, हनुमंत ननावरे, निलेश चतुर, हनुमंत आढाव, दिनकर कारागीर ने कहा कि महाराष्ट्र नाभिक महामंडल सलून व्यावसायियों को आर्थिक मदद दें। उनकी उपजीविका की व्यवस्था करें अन्यथा व्यवसाय शुरू करने की मंजूरी उन्हें दें, ऐसी मांग मंडल ने की।  

    मनपा कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन

    पुणे जिला रिटेल व्यापारी संघ के अध्यक्ष सचिन निवंगुणे ने महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा और इस निर्णय में सुधार करने की मांग की। व्यापारी वर्ग वित्तीय संकट में है। अचानक से सभी दुकानें बंद करने का निर्णय अन्यायकारक है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश में स्पष्टता न होने से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस ने अत्यावशक सेवा की भी दुकाने बंद करवा दीं। इसलिए इस निर्णय पर सरकार फिर से विचार करे, ऐसी मांग उन्होंने की।