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पिंपरी. बिजली बिलों को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के निवारण के लिए महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल या महावितरण) के सभी कार्यालयों में ग्राहक शिकायत निवारण कक्ष स्थापित किया गया है. इससे पिंपरी-चिंचवड के साढे़ तीन लाख बिजली ग्राहकों को राहत मिली है. ज्ञात हो कि मनमाने बिलों के कारण उपभोक्ताओं में असंतोष व्याप्त हैं.

लॉकडाउन में नहीं ली गई रीडिंग

लॉकडाउन से महावितरण द्वारा ग्राहकों के बिजली मीटरों की रीडिंग नहीं ली गई. इससे बिजली के औसत इस्तेमाल व खपत के अनुसार अप्रैल और मई में बिजली बिल जारी किए गए थे. इसके बाद मीटर रीडिंग लेकर बिजली की वास्तविक खपत के अनुसार अप्रैल और मई के महीनों सहित जून महीने का संयुक्त बिजली बिल जारी किया जा रहा है, लेकिन कई लोगों ने ज्यादा बिलों की शिकायत की. राजनीतिक दल भी इस मुद्दे पर आक्रामक हो उठे हैं. ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने बिजली बिलों को लेकर रहे भ्रम को दूर करने के लिए महावितरण की शाखा, उप-विभाग, प्रभाग, मंडल और परिमंडल स्तर पर ग्राहक शिकायत निवारण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिए थे.

ग्राहकों की शंकाओं का समाधान होगा

तदनुसार, पिंपरी और भोसरी विभाग में महावितरण के तकनीकी, लेखा, वित्त और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सभी कर्मचारियों के विभिन्न समूहों का गठन करके कक्ष शुरू किये गये. यहां सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच ग्राहकों की शिकायतों का निपटारा किया जायेगा. पिंपरी मुख्य कार्यालय के अलावा बिजलीनगर, खरालवाडी, एम्पायर इस्टेट, कुणाल आइकॉन, वाकड, सांगवी, ‘ड’ प्रभाग, आकुडी, प्राधिकरण व भोसरी उपविभागीय कार्यालयों में बिजली ग्राहकों की शंकाओं का समाधान किया जायेगा.