1 लाख से अधिक बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच

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– मृत्यु दर कम करने मनपा प्रशासन का उपक्रम

पुणे. कोरोना वायरस के चलते महापालिका द्वारा सभी उपाय योजनाएं की जा रही है. इसके चलते अब महापालिका द्वारा शहर में रहनेवाले निराधार बुजुर्ग लोगों की स्वास्थ्य की जांच करना शुरू किया है.  साथ ही गर्भवती महिलाओं की भी जांच की जा रही है.  प्रशासन द्वारा 731 टीम गठित की है. लगभग 1594 कर्मी फिल्ड पर काम कर रहे हैं.

 शहर का मृत्यु दर कम करने के लिए सर्वे पर और जोर दिया गया है. इस वजह से इन कर्मियों को अतिरिक्त मानधन देने का फैसला महापालिका ने लिया है. महापालिका प्रशासन के जानकारी के अनुसार अब तक 1 लाख 7 हजार बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की गई हैं. तो करीब 2502 गर्भवती महिलाओं की भी स्वास्थ्य जांच की गई. ऐसी जानकारी मनपा प्रशासन द्वारा दी गई.

15 क्षेत्रीय कार्यालयों के दायरे में हो रहा सर्वे

पुणे शहर के 15, क्षेत्रीय कार्यालयाअंतर्गत आनेवाले झोपड़पट्टी के नागरिकों का सर्वे शुरू किया गया है. साथ ही घर पर जाकर जांच की जा रही है. शहर में किए जा रहे इस  सर्वे के लिए मनपा के विभिन्न विभाग के कर्मियों के साथ ही नर्सेस, समूहसंघटिका, आशा सेविका, लेखनिक, शिक्षा विभाग के कर्मी काम कर रहे है. स्वास्थ्य से संबंधित  लक्षण दिखे जाने के बाद तत्काल उन्हें अस्पताल भर्ती किया जाएगा. प्रशासन द्वारा इसके लिए कुल 1594कर्मी काम पर लगा दिए है.

731 टीम बनाई गई 

 लगभग 731 टीम बनाई गई है. एक टीम में 2 कर्मियों का समावेश है. इस बीच कोरोना की वजह से बढ़ रहा मृत्यु दर कम करने के लिए इन कर्मियों से और काम करके लिया जाएगा. इस सर्वे के तहत शहर के 50 के ऊपर के नागरिक व गर्भवती महिलाओं के बीमारियों की जानकारी लेकर उनमें जनजागृति करनी है. इसमें डाईबेटिस, सभी प्रकार के कैंसर, बीपी, ओबेसिटी ऐसे बीमारियों की जांच कर उपाय योजना करनी है. साथ ही उसके लिए और 1300 कर्मी नियुक्त किए जाएंगे. इसके लिए आगामी दो माह तक इन कर्मियों को प्रति घर 2 रूपए अतिरिक्त दिए जाएंगे. उसके लिए मनपा को लगभग 67 लाख 60 हजार की लागत आएगी. इससे संबंधित प्रस्ताव को हाल ही में स्थायी समिति ने मंजूरी दी है.

गर्भवती महिलाओं की भी हो रही जांच

महापालिका प्रशासन के अनुसार 15 क्षेत्रीय कार्यालय के दायरे में अब तक 1 लाख 7 हजार बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की गई हैं. तो करीब 2502 गर्भवती महिलाओं की भी स्वास्थ्य जांच की गई. इसमें वारजे क्षेत्रीय कार्यालय के दायरे में सबसे ज्यादा यानी 33 हजार 362 बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की हैं. उसके बाद हड़पसर के दायरे में 26365 बुजुर्गों की जांच की गई. तो गर्भवती महिलाओं की जांच सबसे ज्यादा हडपसर में ही की गई. उसके बाद भवानी पेठ व औंध में की गई. ऐसी जानकारी प्रशासन द्वारा दी गई.