Israel begins Corona vaccination of children, vaccines are being given to the age group of 5-11 years
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    पुणे. केंद्र सरकार (Central Government) और राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) द्वारा शहर में टीकाकरण (Vaccination) किया जा रहा है। अप्रैल माह से 45 उम्र से अधिक लोगों को टीका लगवाना जारी है। तो अब 1 मई से 18 उम्र से अधिक के सभी लोगों को टीका देनी है। ताकि कोरोना (Corona) का असर कम हो जाए। कोरोना का असर कम करना है तो उस पर टीकाकरण ही महत्वपूर्ण हथियार है। इस वजह से टीकाकरण बढ़ाने पर जोर देने के लिए कहा गया है। पुणे महानगरपालिका भी इस बारे में प्रयास कर रही है, लेकिन असल में महानगरपालिका के पास टीका की कमी है। 

    शुक्रवार रात को तो टीका ख़त्म हुई है। अब मनपा सरकार से टीका आने की राह देख रही है। पुणे सहित समूचे पश्चिम महाराष्ट्र में ऐसे ही हालात है। इससे अब सवाल उठाया जा रहा है कि अप्रैल माह में ऐसे हालात है तो असल में जब मई में लोगों की तादाद बढ़ेगी, तब इसका नियोजन कैसे होगा? 

    पीएमसी का स्टॉक खत्म 

    कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 वर्ष से कम आयु के सभी नागरिकों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया है।  पुणे शहर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना का प्रचलन बढ़ रहा है और नागरिकों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।  शहर में 50, 000 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं और अब तक 6,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसलिए पुणे शहर में, 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए। ऐसी मांग की जा रही थी। हाल ही में यानी अप्रैल माह से 45 उम्र से अधिक लोगों को टीका लगवाना जारी है। तो अब 1 मई से 18 उम्र से अधिक के सभी लोगों को टीका देनी है। ताकि कोरोना का असर कम हो जाए। कोरोना का असर कम करना है तो उस पर टीकाकरण ही महत्वपूर्ण हथियार है। इस वजह से टीकाकरण बढ़ाने पर जोर देने के लिए कहा गया है। पीएमसी भी इस बारे में प्रयास कर रही है, लेकिन असल में पीएमसी के पास टीका की कमी है। शुक्रवार रात को तो टीका ख़त्म हुई है। अब मनपा सरकार से टीका आने की राह देख रही है। पुणे सहित समूचे पश्चिम महाराष्ट्र में ऐसे ही हालात है। 

    सभी एक दूसरे पर अवलम्बित 

    पीएमसी द्वारा शहर में 173 टीकाकरण केंद्र बनाए हैं। जिसमें हर दिन 34 हजार लोगों को टीका दी जाती है, लेकिन अब टीका खत्म होने की वजह से शनिवार को इसमें से 50% केंद्र बंद रखे गए थे। तो रविवार को ऐसे ही हालत होंगे। केन्द्रों के पास की टीका भी जल्द ही ख़त्म हो जाएगी। तब तक टीका नहीं आ जाएगी तो टीकाकरण बंद हो सकता है। इसलिए महानगरपालिका राज्य सरकार द्वारा दिए जानेवाली स्टॉक की राह देख रही है। मनपा राज्य सरकार पर अवलम्बित है। तो उधर राज्य सरकार भी टीका के लिए केंद्र सरकार पर अवलम्बित है। लेकिन केंद्र द्वारा राज्य को पर्याप्त टीका नहीं दी जा रही है। राजनीति के चलते आम लोग पिसते जा रहे हैं। एक तरफ कहा जाता है कि कोरोना का असर कम करने के लिए टीकाकरण बढ़ाना आवश्यक है। तो दूसरी ओर टीका उपलब्ध नहीं की जा रही है। इससे महानगरपालिका काफी परेशान है। मनपा द्वारा सरकार से 2 लाख टीका की मांग की गई है, लेकिन असल में 1 से 3 हजार से ज्यादा टीका उपलब्ध होती है। ऐसे में टीकाकरण कैसे बढ़ाया जाए, ऐसा सवाल उठाया जा रहा है। 

    महानगरपालिका के पास का टीका का स्टॉक शुक्रवार रात को ख़त्म हो चुका है। हमने राज्य सरकार से मांग की है। टीका जब उपलब्ध होगी तब ही हम टीकाकरण केन्द्रों को टीका उपलब्ध कर पाएंगे।

    - डॉ सूर्यकांत देवकर, टीकाकरण अधिकारी, पीएमसी