Mayor Murlidhar Mohol

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    पुणे. मेयर मुरलीधर मोहोल (Mayor Murlidhar Mohol) ने कहा, “जायका ने राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत मुला-मुठा नदी प्रदूषण नियंत्रण(Mula-Mutha River Pollution Control) (जेआईसीए) (Japan International Cooperation Agency) के लिए निविदा प्रक्रिया (Tender Process) के नियमों और शर्तों पर सहमति व्यक्त की है और जेआईसीए परियोजना (Project) पर वास्तविक काम जल्द ही शुरू होगा।  

    अपलोड की गई शर्ते 

     मुला-मुठा नदी सुधार योजना के तहत शहर में पैदा होने वाले गंदे पानी को ट्रीट कर नदी बेसिन में छोड़ा जाएगा। जापान की जायका ने 1,200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के लिए 850 करोड़ रुपये मुहैया कराए है। प्रशासन ने डीपीआर के साथ ही टेंडर के नियम और शर्तों में फिर से संशोधन किया है। साथ ही इस काम के लिए इच्छुक कंपनियों द्वारा दिए गए सुझावों को भी इसमें शामिल किया गया और अंतिम मंजूरी के लिए जया कंपनी को भेजा गया था। जायका द्वारा उसे मंजूरी दी गई है, जायका द्वारा दिए गए अनुमोदन के साथ सभी नियम और शर्तें आज निविदा के साथ अपलोड कर दी गई हैं।  

    इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए महापौर ने कहा, निविदा जमा करने की समय सीमा अगले चार सप्ताह के लिए दी गई है और निविदाएं स्वीकृत होने के बाद वास्तविक काम शुरू हो जाएगा।  तकनीकी प्रक्रिया को जायका कंपनी के नियमों के अनुसार किया जाना था। आज टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसमें तेजी लाई जाएगी।  अगले कुछ दिनों में नदी सुधार परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा।  हम निर्धारित समय सीमा के भीतर परियोजना को पूरा करने के अपने प्रयास जारी रखेंगे।  

     बदलेगी मुला मुठा नदी की तस्वीर – मेयर मोहोल

    मेयर मोहोल ने कहा, “पिछले कई वर्षों में, पिछले सत्ताधारियो ने मुला-मुठा नदियों के प्रदूषण पर ध्यान नहीं दिया है, जिससे दोनों नदियों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है।” लेकिन अब इन दोनों नदियों का प्रदूषण जाइका से नियंत्रित होगा और नदियों से शुद्ध और बहता पानी बहेगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद बदल जाएगी मुला-मुठा नदियों की तस्वीर, ऐसा मेयर मोहोल ने कहा।