बारामती. बारामती शहर (Baramati City) में 6 अप्रैल से ही प्रशासन (Administration) ने लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा कर दी और सुबह 10 बजे से ही दुकानें बंद (Shops Closed) करने के आदेश दे दिए। इससे व्यापारियों के साथ ही आम लोगों को भी धक्का लगा। प्रांताधिकारी दादासाहेब कांबले ने बताया कि राज्य सरकार के आदेशानुसार यह लॉकडाउन 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। बिना विश्वास मे लिए और बिना पूर्व सूचना के अचानक किए गए लॉकडाउन से व्यापारियों में तीव्र नाराजगी है।
बारामती शहर में दिन-ब-दिन कोरोना से संक्रमित होनेवाले मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। तीन दिन पहले शाम 6 से सुबह 9 तक बारामती शहर और तहसील में संचार बंदी का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय का पालन बारामती शहर में कड़ाई से किया जा रहा था। मंगलवार को भी रोज की तरह व्यापारियों ने सुबह अपनी दुकानें खोली। पर कुछ ही समय में पुलिस वहां आई और उनकी दुकानें बंद करवाने लगी। उन्होंने बताया कि शहर में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है पर व्यापारी भी अड़ गए।
व्यापारियों के साथ ही लोग भी नाराज
उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी पूर्व सूचना क्यों नहीं दी गई। ऐसा करते समय व्यापारियों को विश्वास में नहीं लिया गया। इस तरह से अचानक निर्णय लेने से सबका नुकसान होगा। ऐसी चिंता व्यापारियों ने पुलिस से जताई पर बाद में केवल अत्यावश्यक सेवा को छोड़कर सभी दुकानों को पुलिस ने बंद करवा दिया। एक महीने तक लॉकडाउन होने से व्यापारियों के साथ ही लोग भी नाराज हैं। व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण पहले ही कई व्यवसाय ठप हो गए, अब फिर से लॉकडाउन से बड़े व्यवसाय भी चरमरा जाएंगे। इसलिए इस निर्णय पर सरकार फिर से विचार करें।