पुणे. लॉकडाउन के चलते पुणे में फंसा रहा एक युवक 20 दिन पहले ही उत्तराखंड उके काफलीगैर तहसील क्षेत्र के तहत रैखोली गांव में अपने ग्रामगृह लौटा था. 14 दिन क्वारंटाइन रहकर घर पहुंचने के बाद उसने पंखे के लिए बनाई गई कुंडी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह युवक पुणे में एक होटल में काम करता था.
उसने खुदकुशी जैसा कदम क्यों उठाया? इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है. जब यह घटना घटी उस वक्त कमरे में कोई नहीं था. पत्नी मायके गई थी और मां दूसरे कमरे में थी. अन्य सदस्य जब उसे खाना खाने के लिए बुलाने कमरे में पहुंचे तो वह फंदे पर लटका था. परिजनों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान को दी. प्रधान की सूचना पर राजस्व उप निरीक्षक गांव में आया और शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया.
पुलिस कर रही मामले की जांच
स्थानीय पुलिस ने बताया रैखोली गांव निवासी 40 वर्षीय भगवान सिंह रावत पुत्र धर्म सिंह रावत ने घर में रस्सी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. धर्मसिंह पुणे में होटल में नौकरी करता था. घर में पत्नी और मां रहती थीं. रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है. उसकी 10 साल पहले शादी हुई थी. उसकी कोई संतान नहीं है. पुलिस आत्महत्या के कारणों की तलाश कर रही है.