लॉकडाउन काल में घटी मनपा की प्रॉपर्टी टैक्स आय

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  • जुलाई अंत तक सिर्फ 758 करोड़ रुपए ही जमा
  • पिछले वर्ष की तुलना में 74 करोड़ कम

पुणे. नए वित्त वर्ष के शुरुआत में कोरोना संक्रमण के बढ़ने से लॉकडाउन शुरू किया गया. लॉकडाउन में जहां सभी व्यवहार और व्यवसाय बंद थे, ऐसे बुरे वक्त में भी मनपा के प्रॉपटी टैक्स विभाग ने अच्छा काम किया है. प्रॉपर्टी टैक्स विभाग को जुलाई आखिर तक 758 करोड़ रुपए की आय हुई.

अन्य विभागों में भी हुई कम वसूली

मनपा को अन्य विभागों की इनकम से निराश होना पड़ा, लेकिन प्रॉपर्टी टैक्स विभाग ने अच्छा सहारा दिया. प्रॉपटी टैक्स विभाग की इनकम भी पिछले वर्ष की तुलना में 74 करोड़ रुपए से कम हुई है. पिछले वर्ष मनपा को जुलाई आखिर तक 832 करोड़ रुपए की आय हुई थी. लॉकडाउन और बिगड़ी आर्थिक स्थित को देखते हुए मनपा की इनकम में करीब साढे़ नौ प्रतिशत का झटका लगा है.

 5 से 10 प्रतिशत की दी जाती है छूट

मनपा का आर्थिक वर्ष एक अप्रैल से 31 मार्च तक होता है. मनपा द्वारा आर्थिक वर्ष के शुरुआत में पहले 2 महीने यानी अप्रैल और मई में नागरिकों को साधारण टैक्स में 5 से 10 प्रतिशत सहूलियत दी जाती है. जिससे पहले 2 महीने में ही मनपा की तिजोरी में पूरे आर्थिक वर्ष का करीब 65 से 70 प्रतिशत प्रॉपर्टी टैक्स पहले ही जमा होता है. जिससे मनपा को विभिन्न विकास कामों के लिए रकम उपलब्ध होती है, लेकिन इस बार मई तक कड़ा लॉकडाउन था, जिससे नागरिकों से ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की अपील मनपा की ओर से की गई थी. उसे पुणेवासियों ने अच्छा रिस्पांस दिया. उसके बाद लॉकडाउन शिथिल होने के बाद मनपा द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स केंद्रों को शुरू किया. उस वक्त 5 से 10 प्रतिशत की साधारण टैक्स पर दी जाने वाली सहूलियत जून आखिर तक बढ़ाई गई. हर वर्ष सहूलियत में टैक्स जमा करने की अवधि में 31 मई को समाप्त होती है. बाद में एक अगस्त से विशेष मुहिम चलाई जाती है. जिससे बकाया टैक्स वसूली पर जोर दिया जाता है.

कोरोना ड्यूटी पर लगाए गए है कर्मचारी

इस बार कोरोना संकट से पूरी स्थिति बदल गई है. प्रॉपटी टैक्स विभाग के ज्यादातर कर्मचारी कोरोना नियंत्रण के लिए नियुक्त किए गए हैं. इसलिए कोरोना पर कंट्रोल आने तथा कर्मचारी उपलब्ध होने तक बकाया वसूली मुहिम चलाना प्रॉपटी टैक्स विभाग को संभव नहीं होगा.