महापौर ने किया नए स्वैब टेस्टिंग लैब का उद्घाटन

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पिंपरी. शहर में कोरोना पेशेंट्स की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. इस पर नियंत्रण के लिए संदिग्ध पेशेंट्स की जांच के लिए मनपा के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल हॉस्पिटल (वाईसीएमएच) में आरटीएफसीआर स्वैब टेस्टिंग लैब शुरू की गई है.

प्रतिदिन 350 से 400 लोगों के स्वैब की जांच में सक्षम इस लैब का उद्घाटन महापौर ऊषा उर्फ माई ढोरे के हाथों किया गया. मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम में मनपा आयुक्त श्रवण हडिकर, उपमहापौर तुषार हिंगे, सत्तारूढ पार्टी के गुटनेता नामदेव ढाके, नगरसेवक योगेश बहल, नगरसेविका सुजाता पालांडे, अतिरिक्त आयुक्त संतोष पाटिल, वाईसीएमएच के डीन डॉ. राजेश वाबले, डॉ. प्रवीण सोनी एवं डॉ. सतीश पाटिल आदि उपस्थित थे.

प्रतिदिन 350-400 टेस्ट की क्षमता

महापौर ऊषा ढोरे ने कहा कि स्वैब टेस्टिंग लैब के लिए आईसीएमआर द्वारा पिछले सप्ताह मंजूरी दी गई थी. इसके माध्यम से प्रतिदिन 350 से 400 संदिग्ध पेशेंट्स के स्वैब की टेस्टिंग रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी. रिपोर्ट पेंडिंग न रहने से मरीजों का उपचार तुरंत शुरू किया जा सकेगा.

एंटीजेन टेस्टिंग किट भी उपलब्ध 

मनपा के चिकित्सा विभाग को एंटीजेन टेस्टिंग किट भी उपलब्ध हो चुकी हैं. इनके जरिए कोरोना के लक्षण वाले करीब एक लाख संदिग्ध मरीजों तथा उनके संपर्क में आए लोगों की जांच की जा सकेगी. सिर्फ 25 से 30 मिनट में रिपोर्ट मिल सकेगी. इस टेस्टिंग में पॉजिटिव पाए गए मरीजों के स्वैब की जांच की जाएगी. कोरोना मरीजों की तेजी से बढ़ रही संख्या को दृष्टि में रखते हुए कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा पेशेंट्स की जांच हो सके, ऐसी व्यवस्था की जा रही है.

मरीजों की संख्या नियंत्रित की जा सकेगी

सत्ताधारी पार्टी के गुटनेता नामदेव ढाके ने कहा कि ‘एंटीजेन टेस्टिंग सुविधा मरीजों के लिए वरदान साबित होगी. बहुत कम समय में डाइग्नोसिस संभव हो सकेगी. पॉजिटिव पेशेंट्स की संख्या शुरुआत में कुछ ज्यादा पाई जा सकती है, मगर बीमारी के शुरू होते ही डाइग्नोसिस के चलते मरीजों की संख्या नियंत्रित की जा सकेगी. इससे मौत की दर भी कम हो जाएगी.