स्वच्छ के सफाई कर्मियों की मांगे पूरी करें

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  •  कागज, कांच, पत्रा, कष्टकरी पंचायत की मांग

पुणे. हम शहर के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं, क्या आप हमारी रक्षा करेंगे?  यह सवाल रखते हुए, कचरा वेचक कर्मी  रक्षाबंधन के अवसर पर नगरसेवकों से मिले. कोविड-19 के अवसर पर लागू लॉकडाउन में कर्मियों ने  स्वास्थ्य और आजीविका के संरक्षण की मांग की.

कर्मियों की 95% उपस्थिति

 संस्था द्वारा दी जानकारी के अनुसार कोविड-19 के प्रकोप के दौरान, परिवहन, रोकथाम और बीमारी के डर के बावजूद भी कचरा उठाने वाले SWACH संगठन के सदस्य 95% उपस्थिति  दर्ज करा रहे हैं.  मनपा स्वास्थ्य कर्मचारियों, डॉक्टरों, पुलिस और नगरपालिका कर्मचारियों का जीवन बीमा है. इसी तर्ज पर हमारे भी कर्मियों बीमा का लाभ मिलना चाहिए. संस्था द्वारा बताया गया कि कर्मी  4 महीनों से आवश्यक सेवाएं भी प्रदान कर रहे हैं. तो क्यों न उन्हें एक कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया जाना चाहिए.  

 क्या है कर्मियों की मांगे?

 1. कचरा बिननेवालो के लिए जीवन बीमा

पुणे मनपा की सीमा के भीतर 7500 कर्मियों को  कम से कम रु. 2 लाख रुपये का जीवन बीमा करवाएं. बीमा राशि मिलने से पहले किसी की मृत्यु हुई तो मनपा द्वारा बीमा राशि का भुगतान करना चाहिए.

 2. लॉकडाउन में चल रहे काम के लिए भत्ता

 लॉकडाउन कालावधि में  पुणे मनपा द्वारा को सफाई कर्मियों को प्रति माह 10 रुपये भत्ते का भुगतान करना चाहिए क्योंकि लॉकडाउन के दौरान, दुकानों, बाजारों को बंद कर दिया गया था और स्क्रैप की दुकानें और मरम्मत कंपनियों को बंद कर दिया गया था, जिससे इन श्रमिकों की आय में 50% की कमी आई है.

 3. स्लम क्षेत्रों से डोर टू डोर कचरा संग्रह के लिए प्रोत्साहन भत्ता में वृद्धि

 आय में 50% की गिरावट के बावजूद, कचरा बिननेवाले अभी भी बस्ती से कचरा जमा कर रहे हैं. ऐसे मजदूरों को 30 रुपए का प्रोत्साहन भत्ते का भुगतान 6 महीने के लिए किया जाना चाहिए.वर्तमान में उन्हें केवल 10 रु. दिए गए हैं.