एमआईटी-एडीटी यूनिवर्सिटी का ‘टेक महिंद्रा’ के साथ एमओयू

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पुणे. एमआईटी आर्ट्स, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी ने स्पेस, कृषि और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी सेवाओं के स्मार्ट समाधान के लिए भारत की अग्रणी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी टेक महिंद्रा के साथ शिक्षा समझौता ज्ञापन (एमओयु) किया. एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के कार्याध्यक्ष और प्रभारी कुलपति प्रा. डॉ मंगेश कराड और टेक महिंद्रा के ग्लोबल इनोवेशन हेड निखिल मल्होत्रा ने इस शिक्षा समझौता पर हस्ताक्षर किए. इस समय टेक महिंद्रा के श्रीनिवास चेटलापल्ली, आकाश डोलस, उमेश कड, एमआईटी एडीटी के प्रा. सुनीता मंगेश कराड, डॉ. राहुल मोरे, डॉ. मोहित दुबे, डॉ. किशोर रवांदे, प्रा. सुराज भोइर और डीन, डायरेक्टर आदि उपस्थित थे.

 स्पेस, एग्रो और हेल्थ केयर प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञ और उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ काम करने में छात्रों की मदद करने के लिए यूनिवर्सिटी ने टेक महिंद्रा के साथ यह एमओयू किया है. यह छात्रों को महिंद्रा की कई परियोजना और कई तकनीकी में हिस्सा लेने में सहायता करेगा.

स्टार्ट-अप के लिए अवसर प्रदान करेगा

टेक महिंद्रा के निखिल मल्होत्रा ने कहा कि समझौता ज्ञापन में स्पेस, कृषि और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी में तकनीकी परिवर्तन परियोजनाएं और प्रौद्योगिकी शामिल हैं. समझौता एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी के छात्रों को अनुसंधान और प्रौद्योगिकी की बारीकियों का अध्ययन करने के लिए सहायता करेगा. टेक महिंद्रा ने हमेशा छात्रों के कौशल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह समझौता ज्ञापन छात्रों को स्टार्ट-अप के लिए अवसर प्रदान करेगा. 

छात्रों को समस्या निवारण कौशल विकसित करने में मदद करेगा

प्रा. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन (एमओयु) यूनिवर्सिटी को अपना मुख्य उद्देश्य हासिल करने में मदद करेगा. उद्योग पूरक पाठ्यक्रम डिज़ाइन कर यूनिवर्सिटी के माध्यम से कुशल छात्र विकसित करने का काम किया जा रहा है. यह समझौता छात्रों को समुदाय की बेहतरी के लिए अपने कौशल का उपयोग करने में मदद करेगा. समाज के सभी तबके तक लाभ पहुंचाना मेरा मुख्य उद्देश्य है. इस समझौते से यह संभव होगा. टेक महिंद्रा के साथ समझौता ज्ञापन छात्रों को समस्या निवारण कौशल विकसित करने में मदद करेगा. डॉ. राहुल मोर ने कहा कि टेक महिंद्रा के साथ समझौता ज्ञापन का उद्देश्य स्पेस, कृषि और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में नई तकनीकों की मदद से समस्याओं का स्मार्ट समाधान तैयार करना है. अटल इनोवेशन मिशन (एआईसी) के माध्यम से कौशल विकसित कर रोजगारपरक छात्रों को विकसित करने के लिए काम किया जा रहा है. यह समझौता ज्ञापन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक अभिनव संस्कृति विकसित करने में मदद करेगा.