गणेश विसर्जन के लिए चलता-फिरता विसर्जन टैंक

Loading

  • महापौर मुरलीधर मोहोल की जानकारी 
  • मूर्ति दान के लिए क्षेत्रीय कार्यालय निहाय  व्यवस्था

पुणे. कोरोना के संकट समय में इस वर्ष गणेशोत्सव को बेहद सरल तरीके से मनाया जाए. नागरिकों को घर में मूर्तियों के विसर्जन को प्राथमिकता देनी चाहिए. जिन नागरिकों को घर में विसर्जन करने में कठिनाई होगी, ऐसे लोगों के लिए चलते-फिरते विसर्जन टैंक की व्यवस्था की जाएगी. ऐसी जानकारी महापौर मुरलीधर मोहोल द्वारा दी गई. 

सोडियम बाइकार्बोनेट दिया जाएगा 

मूर्तियों के शीघ्र विगठन  के लिए शाडू मिट्टी की मूर्तियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. साथ ही, पुणे मनपा द्वारा घर पर विसर्जन के लिए सोडियम बाइकार्बोनेट मुफ्त प्रदान किया जाएगा. महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि मूर्ति विक्रेताओं, वार्ड के स्वास्थ्य कक्षों और क्षेत्रीय कार्यालय परिसर में सोडियम बाइकार्बोनेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी. मेयर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि इस साल प्लास्टर ऑफ पेरिस या शाडू मिट्टी की मूर्तियों की बजाय, धातु की मूर्तियों को स्थापित किया जाना चाहिए. इसे अनंत चर्तुदशी को विसर्जित कर मंदिर में वापस रखा जा सकता है. साथ ही पुणे मनपा  और गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय में उन नागरिकों के लिए व्यवस्था की जाएगी जो मूर्ति दान करना चाहते हैं. 

लोग करें सहायता 

महापौर के अनुसार गणेशोत्सव के दौरान, पुणे में हर साल लगभग 5 लाख मूर्तियां विसर्जित की जाती हैं. लगभग बीस से पच्चीस लाख गणेश भक्त इस दिन सड़कों पर निकलते हैं. हालांकि, इस साल इस तरह से नागरिकों का कोरोना-काल में  एकत्रीकरण एक बड़े संकट को आमंत्रित करेगा.  पिछले 5 महीनों से, पुणे के लोगों ने इस संकट में प्रशासन का बहुत जिम्मेदारी से समर्थन किया है.  मैं पुणे के सभी लोगों के लिए अपनी ईमानदारी से आभार व्यक्त करना चाहता हूं. मुझे यकीन है कि इस गणेशोत्सव के दौरान भी हम पुणे के सभी लोगों की भीड़ से बचने और इस कोरोना के संकट को दूर करने में मदद करेंगे.