mobile tawar

  • मोबाइल कंपनियों से वसूलने में मनपा असफल
  • कई मामले कोर्ट में पेंडिंग
  • गैरकानूनी टॉवर्स टैक्स के दायरे में लाने का प्रयास

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पुणे. पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) की सीमा में आनेवाले मोबाइल टॉवर (Mobile Tower) पर प्रॉपर्टी टैक्स (Property Tax ) का बकाया करीब 1252 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। बार-बार प्रयास करने के बावजूद यह बकाया संबंधित मोबाइल कंपनियों से वसूलने में अब तक असफलता मिली है। उसी में मनपा के प्रॉपर्टी टैक्स विभाग ने गैरकानूनी मोबाइल टॉवर (Illegal Mobile Tower) को ढूंढकर उन्हें टैक्स (Tax) के दायरे में लाने का प्रयास जारी रखा है। 

अब तक ऐसे करीब 250 टॉवर मिले हैं। मनपा की सीमा में करीब 20 कंपनियों के 2 हजार 398 मोबाइल टॉवर हैं। उनमें से कुछ मोबाइल कंपनियों से 359 करोड़ 63 लाख रुपए की इन्कम मिली है। 518 करोड़ 40 लाख रुपए का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। उस पर मनपा ने 734 करोड़ रुपए का सिर्फ जुर्माना लगाया है।

मनपा पर मोबाइल टॉवर कंपनियों को बचाने का आरोप

कोरोना संक्रमण के कारण मनपा आर्थिक समस्या में है। प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अच्छे कार्य के कारण इन्कम अच्छी हुई है। साथ ही अभय योजना से मनपा का फायदा हुआ। अगर कई वर्षों से पेंडिंग होने वाले मोबाइल टॉवर का बकाया भी वसूला गया तो आर्थिक समस्या में होने वाली मनपा को इससे बाहर निकलने में काफी मदद मिलेगी। एक ओर जहां नागरिकों को कॉल ड्रॉप्स, नेटवर्क न मिलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर इन कंपनियों द्वारा मनपा का बकाया भी वैसा ही रखा जा रहा है। मनपा के विरोध में कुछ मोबाइल कंपनियां कोर्ट में गई हैं, लेकिन शेष मोबाइल कंपनियों का बकाया वसूली के लिए प्रयास करना जरूरी है। मनपा पर मोबाइल टॉवर कंपनियों को बचाने का आरोप लगाया जा रहा है।

 मनपा की अनुमति नहीं लेती सोसाइटियां

नागरिकों को जब उनकी बिल्डिंग या उनके घर की टेरेस पर मोबाइल टॉवर लगवाना होता है, उस वक्त मनपा की परमिशन नहीं ली जाती। शहर में अब तक लगाए गए मोबाइल टॉवर में से ज्यादातर गैरकानूनी टॉवर हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती। 

20 मोबाइल कंपनियों पर बकाया

  • कुल कंपनियां-20
  • कुल टॉवर-2398
  • टैक्स जमा-359 करोड़ 63 लाख रूपए
  • बकाया टैक्स-518 करोड़ 40 लाख रूपए
  • सिर्फ जुर्माने की रकम-734 करोड़ रूपए