मोरया गोसावी देवस्थान को मिलेगा तीर्थक्षेत्र का दर्जा

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  • पर्यटन और ग्रामविकास मंत्री का सकारात्मक प्रतिसाद
  • सांसद श्रीरंग बारणे की जानकारी

पिंपरी. शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे ने राज्य सरकार से पिंपरी-चिंचवड़ के चिंचवड़गांव में श्री मोरया गोसावी देवस्थान को ‘बी’ श्रेणी के तीर्थक्षेत्र का दर्जा देने की मांग की है, जिसका इतिहास साढ़े 4 शताब्दियों से हैं. बुधवार को राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे और ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने इस मांग पर सही निर्णय लेने का वादा करते हुए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. इसके चलते चिंचवड़ देवस्थान को जल्द ही एक तीर्थ स्थल का दर्जा मिल जाएगा, यह विश्वास सांसद बारणे ने जताया.

मंदिर का साढ़े चार सौ वर्षों का इतिहास

सांसद बारणे, शिवसेना जिला प्रमुख गजानन चिंचवडे, चिंचवडगांव की स्थानीय नगरसेविका अश्विनी चिंचवडे ने सह्याद्री अतिथि गृह पर पर्यटनमंत्री आदित्य ठाकरे, ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ से मुलाकात कर चिंचवड के श्री मोरया गोसावी देवस्थान का महत्व समझाते हुए उसे तीर्थक्षेत्र का दर्जा देने की मांग की. सांसद बारणे ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चिंचवड़ स्थित श्री मोरया गोसावी देवस्थान का इतिहास साढ़े चार सौ वर्षों का है.इसके अंतर्गत अष्टविनायक के तीन गणपति मंदिर आते हैं.इनमें थेऊर, मोरगांव और सिद्धटेक के अष्टविनायक क्षेत्र शामिल हैं. किंवदंती है कि अष्टविनायक यात्रा चिंचवड देवस्थान के मंदिरों के दर्शन के साथ शुरू या समाप्त होती है.

लाखों भक्त आते हैं दर्शन करने

छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से छत्रपति संभाजी महाराज ने संथान को भूमि दी थी. इस देवस्थान को ऐतिहासिक महत्व है. यहां मंदिर में लाखों भक्त आते हैं. श्री मोरया गोसावी का संजीवनी समाधि महोत्सव हर साल आयोजित किया जाता है. गणेश चतुर्थी पर भक्तों की बड़ी भीड़ लगती है. इसलिए तीर्थ स्थल को ‘बी’ श्रेणी का दर्जा दिया जाना चाहिए.यह दर्जा हासिल होने के बाद, चिंचवड़ देवस्थान को सरकार के पर्यटन और ऐतिहासिक तीर्थ स्थल में शामिल किया जाएगा.इससे यहां के विकास कार्यों को गति मिलेगी.पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे और ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने इस मांग पर बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.इस पर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी.दोनों मंत्रियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एक उचित निर्णय लिया जाएगा.