पिंपरी. कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) पद की बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने शपथ ली है। बोम्मई का औद्योगिक नगरी पिंपरी-चिंचवड़ (Industrial City of Pimpri-Chinchwad) से बहुत करीबी रिश्ता है। मैकेनिकल इंजीनियर बोम्मई (Mechanical Engineer Bommai) ने अपने करियर की शुरुआत पिंपरी चिंचवड से की थी। टाटा मोटर्स कंपनी के एडीडी डिपार्टमेंट में उन्होंने तीन साल तक नौकरी की। उसके बाद उद्योग और आगे राजनीति में प्रवेश किया और आज कर्नाटक के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने शपथ लिया है।
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बसवराव बोम्मई मैकेनिकल इंजीनियर हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद उन्होने 1982 में पिंपरी के टाटा मोटर्स के प्लांट में प्रशिक्षण लिया। उसके बाद कंपनी के अनक्लियर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (एडीडी) में ज्वाइन हुए। तीन साल तक उन्होने नौकरी की, उसके बाद नौकरी छोड़ दी, ऐसा टाटा मोटर्स के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी मनोहर पारलकर ने कहा।
61 वर्षीय बोम्मई का जन्म हुबली में हुआ। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद उन्होंने कुछ समय तक नौकरी की। उसके बाद उन्होने उद्योग के क्षेत्र में हाथ अजमाया। उनके पिता एस.आर बोम्मई भी मुख्यमंत्री थे। इसलिए राजनीति की विरासत उन्हे घर से ही मिली थी। जनता दल से उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1997 और 2003 में दो बार वे विधान परिषद में विधायक चुने गए। 2008 में उन्होंने जनता दल को राम-राम कहते हुए भाजपा में प्रवेश किया। भाजपा में जाने के बाद विधानसभा में चुने गए। 2013 और 2018 में वो विजयी हुए। पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल में बोम्मई के पास गृह मंत्री पद की जिम्मेदारी थी। उम्र का कारण देते हुए येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद यह जिम्मेदारी बोम्मई को सौंपी गई।