पदभार संभालने के बाद तुरंत ट्रोल होने लगे नए विपक्षी नेता

Loading

पिंपरी. सत्ता परिवर्तन के बाद पिंपरी चिंचवड़ मनपा के प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की आंतरिक नीति के अनुसार एक साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद नाना काटे ने विपक्षी नेता पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद भूतपूर्व उपमहापौर राजू मिसाल को नया विपक्षी नेता घोषित किया गया है. बीते दिन उन्होंने अपना पदभार ग्रहण किया. पदभार संभालने के पहले ही दिन मिसाल खासे तौर पर ट्रोल हुए. असल में पदभार संभालने से पहले उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर विपक्षी नेता की केबिन में विधिवत पूजा अर्चना की. जबकि किसी भी सरकारी कार्यालय में किसी भी पूजा अर्चना या धार्मिक अनुष्ठान के लिए मनाही है.

मनपा के इतिहास में पूजा अर्चना के बाद पदभार संभालने वाले मिसाल पहले पदाधिकारी साबित हुए हैं. इस वजह से उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर किरकिरी होने के साथ ही उनके कृत्य से उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस की प्रतिमा को भी आघात पहुंचा है क्योंकि राष्ट्रवादी पुरोगामी विचारों वाली पार्टी है. उसी में पार्टी हाईकमान शरद पवार हमेशा से पुरोगामी विचारों का पुरस्कार करनेवाले नेता हैं. नतीजन नए विपक्षी नेता राजू मिसाल के इस कारनामे पर उन्हीं की पार्टी के नेताओं ने भी कड़ी नाराजगी जताई है. पदभार संभालने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से की गई बातचीत में अपनी केबिन में की गई पूजा अर्चना का समर्थन भी किया. उन्होंने कहा कि यह उनकी श्रद्धा है न कि अंधश्रद्धा.

2017 में हुए आम चुनाव में भाजपा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस की पिंपरी चिंचवड़ मनपा में 20 साल से रही हुकूमत को छीन लिया. मात्र 36 सीटों मिलने से राष्ट्रवादी पर पहली बार विपक्ष में बैठने की नौबत आयी. महामारी कोरोना की चपेट में आकर राष्ट्रवादी कांग्रेस को दत्ता साने और जावेद शेख जैसे दो दिग्गज नगरसेवकों को खोना पड़ा है. इसके बाद मनपा सभागृह में पार्टी नगरसेवकों का संख्याबल 34 रह गया है. प्रमुख विपक्षी दल के नाते राष्ट्रवादी के पास विपक्षी नेता का एकमात्र पद रह गया है. 5 साल में ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को मौका देने के लिहाज से विपक्षी नेता का कार्यकाल एक साल का तय किया गया. भूतपूर्व महापौर योगेश बहल ने पहले विपक्षी नेता की जिम्मेदारी निभाई. उनके बाद स्व दत्ता साने को इस पद पर मौका मिला. 1 अगस्त 2019 को वरिष्ठ नगरसेवक नाना काटे ने विपक्षी दल के नेता की बागडोर संभाली. 1 अगस्त को उनका कार्यकाल खत्म हो गया. उन्होंने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया.

विपक्षी नेता पद की होड़ में पूर्व उपमहापौर राजू मिसाल के अलावा भूतपूर्व महापौर वैशाली घोडेकर, स्थायी समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष अजित गव्हाणे, पूर्व विपक्षी नेता विनोद नढे, विधि समिति के पूर्व सभापति संतोष कोकणे आदि शामिल थे. इनमें से उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मिसाल के नाम पर अपनी पसंद की मुहर लगाई है. इसके बाद कल उन्होंने अपना पदभार ग्रहण किया. इस मौके पर राष्ट्रवादी के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे, वरिष्ठ नगरसेवक भाऊसाहेब भोईर, नगरसेविका सुलक्षणा धर, वैशाली कालभोर, विशाल वाकडकर, फजल शेख आदि उपस्थित थे. महापौर ऊषा ढोरे, सभागृह नेता नामदेव ढाके, पूर्व विधायक विलास लांडे ने भी मिसाल को बधाईयां दी. राजू उर्फ शरद मिसाल निगडी, प्राधिकरण के वरिष्ठ नगरसेवक हैं. वे राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से लगातार तीसरी बार नगरसेवक चुने गए हैं. उन्होंने इससे पहले क्रीड़ा समिति सभापति, प्रभाग समिति अध्यक्ष और उपमहापौर पद की जिम्मेदारी संभाली है.