Ajit Pawar

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पुणे. कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए कुछ हॉस्पिटल ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं. ऐसे हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने के आदेश उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिए हैं. उन्होंने कहा कि इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा.

विभागीय आयुक्त कार्यालय के सभागृह में अजीत पवार की अध्यक्षता में कोरोना संक्रमण को रोकने के उपायों पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में महापौर मुरलीधर मोहोल, विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर, जमाबंदी आयुक्त एस. चोक्कलिंगम, पुणे पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम, कलेक्टर नवलकिशोर राम, पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्त संदीप बिष्णोई, पुणे मनपा आयुक्त शेखर गायकवाड, पिंपरी-चिंचवड मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर, सहकार आयुक्त अनिल कवडे, शुगर कमिश्नर सौरभ राव, पुणे महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण के आयुक्त विक्रम कुमार, पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह भूजल विकास व सर्वेक्षण विभाग के संचालक कौस्तुभ दिवेगांवकर, अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल, जिला पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयष प्रसाद, ससून के प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. मुरलीधर तांबे, स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड महासंचालक डॉ. सुभाष सालुंखे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.

उपकरणों के लिए निधि मंजूर 

 इस अवसर पर अजीत पवार ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की जांच के लिए लगने वाली सामग्री के लिए 8 करोड 90 लाख 97 हजार रुपए तथा उपकरणों के लिए 3 करोड़ 53 लाख 6 हजार रुपए की निधि मंजूर की गई है. इनके अलावा अन्य उपकरणों के लिए 7 करोड 15 लाख 81 हजार रुपए की निधि प्रदान की गई है. इस निधि से कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए आवश्यक चिकित्सा सामग्री खरीदी जाएगी. इसके साथ परिसेविका और अधिपरिचारिका के पदों के लिए आवश्यक निधि प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि ससून में जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए करीब 12 करोड़ 44 लाख रुपए की निधि मंजूर की गई है.