दक्षिणी कमान का पुणे में पौधारोपण अभियान

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  • 136 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन का उपक्रम

पुणे. वर्तमान मानसून के मौसम में दक्षिणी कमान की 136 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन (पारिस्थितिक) ने एक लाख पौधे और एक लाख बीजों को लगाने की एक बड़ी परियोजना का 30 अगस्त को प्रारंभ किया था. इसके तहत पुणे के अनेक स्थानों पर जैसे बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप (दिघी), कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (खड़की) और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (खडकवासला) में वृक्षारोपण के अभियान को अंजाम दिया जाएगा. यह अभियान बीईजी में गहन योजना और समन्वय के साथ शुरू किया गया. 

इस अभियान के तहत 1 लाख पौधे लगाए गए तथा 30 हजार बीजों की गोलियां का फैलाव और 2500 वर्ग मीटर में 12.2 लाख लीटर वर्षा जल संग्रह करने की क्षमता वाले जलाशय का निर्माण शुरू करा गया. इसके साथ ही, सीएमई, खड़की और एनडीए, खडकवासला में 16 हजार पौधे और विभिन्न प्रजातियों की 70 हजार बीजों की गोलियां भी लगाई जा रही हैं.

 पर्यावरण की रक्षा ही प्रमुख उद्देश्य

कर्नल वेंकेटेश पी के नेतृत्व में पुणे सिटी के फेफड़ों के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार के वास्तविक पर्यावरणीय चिंता के साथ 136 टीए बटालियन (ईको) ने पीसीसीएफ दिनेश कुमार त्यागी, I.A.S और इंडियन एसोसिएशन फ़ॉर ह्यूमन वैल्यूज़ (IAHV), पुणे के सक्रिय सहयोग से सामाजिक वानिकी विभाग, पुणे से आवश्यक पौधे प्राप्त किए हैं. इस पहल को स्थानीय लोगों और गैर सरकारी संगठनों से भारी सहयोग मिला है, जैसे कि मैसर्स मानवलोक (बीड) और मैसर्स कृषि जल और पयारवण संकरण, (दिघी) के स्वयंसेवको ने आवश्यक कोविड (COVID) सावधानियों और सुरक्षा मानदंडों का पालन करते हुए वृक्षारोपण अभियान में प्रत्येक सप्ताहांत अपना बहुमूल्य योगदान दिया है. वृक्षारोपण सफलतापूर्वक अपने आधे रास्ते के निशान तक पहुंच गया है और यह पूरी कार्यवाही 2 अक्टूबर तक  समाप्त करने की कोशिश करी जा रही है.  

 प्रति वर्ष 2 से 3 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य

औरंगाबाद में स्थित 136 टी ए बटालियन (ईको) बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें भारत के 11 राज्यों में फैली दक्षिणी कमान के विभिन्न छावनियों में हर साल दो से तीन लाख पौधे लगाने के अभियान को अंजाम दिया जा रहा है. इनके प्रयासों ने मराठवाड़ा क्षेत्र में वृक्षारोपण की एक अदबुध छाप छोड़ी है, जहां तीन साल से भी कम समय में, यूनिट ने 6.55 लाख पौधे, 14 लाख वेट्टीवर घास, 04 लाख बीज की गोलियां लगाई गई हैं और वन भूमि के लगभग 823 हेक्टेयर में बड़े पैमाने पर जल संरक्षण परियोजनाएं शुरू की हैं. अपने नियोजित वनीकरण कार्यक्रम के अनुसरण में, बटालियन ने आगामी वृक्षारोपण सीजन (2021) के लिए अग्रिम रूप से 200 हेक्टेयर भूमि पर तैयारी  शुरू कर दी है. चालू वर्ष में पहले से ही अपनी नर्सरी क्षमता को 40 हजार पौधे से लेकर 1.8 लाख पौधे तक बढ़ा दिया है. इस तरह के पर्यावरण संरक्षण की पहल को सभी कॉरपोरेट्स, गैर सरकारी संगठनों, सार्वजनिक निकायों आदि द्वारा प्रोत्साहन और समर्थन  की आवश्यकता है, जिससे हम अपनी भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर संसार का गठन कर सकें.