- स्थायी समिति का फैसला
पुणे. महापालिका के शहर में विभिन्न प्रकार के लगभग 204 उद्यान हैं. इसमें से प्रमुख उद्यानों के लिए मनपा प्रशासन द्वारा शुल्क निर्धारित किया जाता है. लेकिन ये दर बेहम मामूली हैं. ऐसा मनपा प्रशासन का मानना है. इस वजह से इसमें बढ़ोतरी करने का फैसला मनपा प्रशासन ने लिया है. इससे संबंधित प्रस्ताव भी प्रशासन द्वारा मंजूरी के लिए स्थायी समिति के समक्ष रखा गया. लेकिन मंगलवार की बैठक में इसे आगे खिसका दिया गया. इस पर समिति की आगामी बैठक में चर्चा की जाएगी.
शहर में कुल 204 मनपा उद्यान
ज्ञात हो कि मनपा प्रशासन द्वारा शहर के हर इलाके में उद्यान बनाए गए हैं. विभिन्न प्रकार के 204 उद्यान शहर में हैं. इसमें पेशवे पार्क, गुलाब उद्यान, जापनीज उद्यान, मुगल उद्यान, फूलपाखरु उद्यान, आनंदवन उद्यान, सेवन वंडर, विलेज पार्क, नाना-नानी पार्क, कलाग्राम, बाम्बू वन, पाम पार्क, ऐसे उद्यानों का समावेश हैं. इसके माध्यम से नागरिकों का मनोरंजन होता है. अलग थीम बनाने की वजह से नागरिक भी इसका लाभ उठाते हैं. इसमें से प्रमुख उद्यानों में प्रवेश देने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है. लेकिन यह शुल्क कम है. ऐसा प्रशासन का मानना है. साथ ही कोरोना के चलते मनपा को आय भी कम मिल रही है. इस वजह से इस शुल्क में बढ़ोतरी करने का फैसला मनपा प्रशासन द्वारा लिया गया है.
दर बढ़ाना जरूरी
मनपा प्रशासन द्वारा स्थायी समिति के समक्ष रखे गए प्रस्ताव के अनुसार विभिन्न उद्यानों के अनुसार शुल्क लिया जाता है. छोटे बच्चों के लिए 1 रूपए से 5 रूपए, प्रौढ़ लोगों के लिए 5 से 10 रुपये, तो मासिक पास व विदेशी नागरिक के लिए 50 रुपए का शुल्क लिया जाता है. लेकिन इस शुल्क से मनपा कर्मियों का वेतन भी वसूल नहीं हो पाता है. इस वजह से इस शुल्क में बढ़ोतरी करना आवश्यक है. प्रशासन ने अब शुल्क प्रस्तावित किया है. इसके अनुसार छोटे बच्चों के लिए 5 रुपए, प्रौढ़ लोगों के लिए 10 रुपये, तो मासिक पास के लिए 200 रूपए व विदेशी नागरिक के लिए 100 रूपए का शुल्क प्रस्तावित किया गया है. लेकिन मंगलवार की बैठक में इसे आगे खिसका दिया गया.इस पर समिति की आगामी बैठक में चर्चा होगी.