राज्य में महिलाओं को सुरक्षा दें

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पुणे. जब से राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार आई है, तब से  महिलाओं, लड़कियों और लड़कियों के साथ अत्याचार की घटनाओं में वृद्धि हुई है. छेड़छाड़, बलात्कार, यौन उत्पीड़न और हत्या की घटनाएं हो रही हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री इन अत्याचारों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने चेतावनी दी है कि अगर राज्य में उन्हें सुरक्षित माहौल नहीं मिला तो सरकार को सोने नहीं देंगे.

जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन

पुणे शहर भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांता पाटिल, शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक, सांसद गिरीश बापट और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उमा खापरे के नेतृत्व में ‘आक्रोश’ आंदोलन का आयोजन किया गया. इस समय पाटिल बात कर रहे थे. पाटिल ने आगे कहा कि हाथरस की घटना दुखद है, लेकिन सरकार ने महाराष्ट्र में महिलाओं के साथ हुए अन्याय पर आंखें बंद कर ली हैं. सरकार महाराष्ट्र को लूट रही है. महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के प्रति असंवेदनशील है. केंद्र सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, फिर राज्य सरकार कानून बनाने में क्यों पिछड़ रही है. मुलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री सदन से बाहर नहीं जाते हैं. गृह मंत्री सत्र में व्यस्त हैं. सरकार के पास महिलाओं के साथ न्याय करने का समय नहीं है. वास्तव में, भाजपा ने सरकार बनाने का फैसला किया था. लेकिन शिवसेना ने धोखा दिया. सरकार परिवर्तन करने में रुचि रखती है, लेकिन महिला सुरक्षा को लेकर गंभीरता नहीं है. सरकार के खिलाफ आज शहर में 8 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए.

महिलाओं पर अत्याचार का राजनीतिकरण कर रही राज्य सरकार  

सांसद बापट ने कहा कि सरकार महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का राजनीतिकरण कर रही है.  महाराष्ट्र में पीड़ित महिलाओं को मिलने के लिए मंत्रियों के पास समय नहीं है. केवल विपक्षी नेता और भाजपा के पदाधिकारी यात्रा कर रहे हैं. यह सो रही सरकार को जगाने का समय है. उसके लिए आंदोलन को तेज करना होगा. महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उमा खापरे ने कहा कि हाथरस में हुई घटना के बाद सुप्रिया सुले ने नाराजगी जताई, लेकिन वह महाराष्ट्र में महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ नहीं बोलती हैं. अगर राज्य में महिलाओं की सुरक्षा नहीं की जा सकती है, तो सरकार को पद छोड़ देना चाहिए. उप महापौर सरस्वती शेंडगे की उपस्थिति में उत्सव चौक सतारा रोड पर आंदोलन हुआ. आंदोलन पूर्व विधायकों, योगेश टीलेकर और संदीप दलवी की उपस्थिति में हडपसर मुंडवा केशव नगर चौक पर हुआ.वडगांव शेरी विमनगर गणपति मंदिर चौक का आंदोलन योगेश मुलिक और संतोष खंडवे की मौजूदगी में हुआ. विधायक भीमराव तापकीर ने  खडकवासला ब्रम्हा होटल सिंहगढ़ रोड पर आंदोलन किया.