Pune Municipal Corporation

    Loading

    पुणे. सांगली महानगरपालिका (Sangli Municipal Corporation) में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर, भाजपा (BJP) ने स्थायी समिति चुनावों (Standing Committee Elections) के लिए पुणे (Pune) में एहतियाती कदम उठाए हैं।

    स्थायी समिति के सभी सदस्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया गया है कि स्थायी समिति के अध्यक्ष की चुनाव में कोई धोखा नहीं होगा। सोमवार को स्थायी समिति अध्यक्ष चुनाव के लिए आवेदन दाखिल किए जाएंगे। इसलिए पार्टी ने इस संबंध में सावधानी बरती है। 

    5 मार्च को होंगे चुनाव 

    सांगली महापौर (Mayor) और उप महापौर (Deputy Mayor) चुनावों में भाजपा के नगरसेवकों को एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) ने हराया था। अब पुणे महानगरपालिका की स्थायी समिति के अध्यक्ष पद के (Pune Municipal Corporation) लिए और शिक्षा समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव 5 मार्च को होंगे। वास्तव में 16-सदस्यीय स्थायी समिति में भाजपा के 10 सदस्य हैं और पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत है। इसलिए यह चुनाव महज एक औपचारिकता भर है। 

    नाराज है भाजपा के कई सदस्य 

    हालांकि, एक ही समय में पार्टी के कई सदस्य स्थायी समिति की अध्यक्षता से असंतुष्ट है। स्थायी समिति के वर्तमान अध्यक्ष हेमंत रासने को समिति के अध्यक्ष के रूप में फिर से नियुक्त किया जाएगा। इसलिए समिति में उन्हें फिर से नियुक्त किया गया है। इसलिए पार्टी में कुछ असंतुष्ट लोग नाराजगी दिखाने लगे हैं, इसलिए एक आशंका है कि एनसीपी एवं महाविकास आघाड़ी द्वारा सांगली पैटर्न को स्थायी चुनावों में लागू नहीं किया जाएगा। स्थायी समिति के 16 सदस्यों में से सत्तारूढ़ भाजपा के पास 10 और महाविकास आघाड़ी में छह हैं। यदि भाजपा को अध्यक्ष पद से हटाना है, तो महाविकास आघाड़ी को तीन सदस्यों की आवश्यकता होगी। हालांकि ये नौबत न आए इसको लेकर भाजपा ने एहतियात के तौर पर व्हिप को जारी किया है।