Italian doctor caught with woman in a hotel room, had offered to cure her through sex
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पुणे. कोरोना के संकटकाल में जब मेडिकल स्टाफ की बेहद जरूरत है तब पुणे जिला परिषद डॉक्टरों और नर्सों की कमी से बुरी तरह से जूझ रही है. राज्य सरकार ने पुणे जिला परिषद के लिए लगभग 1774 रिक्त पदों को भरे जाने की मंजूरी दी है. इसके बाद भी अब तक सिर्फ 1132 पदों को ही भरा जा सका है. अभी भी 582 सीटें रिक्त पड़ी हैं.

इसके चलते  पुणे जिला परिषद महाराष्ट्र के अलावा केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में डॉक्टर,नर्स और स्वास्थ्य कार्यकर्ता पदों के लिए विज्ञापन देने का फैसला किया है.

राज्य के बाहर दिया विज्ञापन

पुणे जिला परिषद के इस कदम से वह राज्य के बाहर विज्ञापन देने वाला एकमात्र जिला परिषद बन गया है. कोरोना की वजह से मरीजों को समय पर उपचार मिले और वह जल्द से जल्द ठीक हो सके.इसलिए सरकार ने पुणे जिला परिषद के लिए लगभग 1774 रिक्त पदों को भरे जाने की मंजूरी दी है. जिसमें डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फार्मासिस्ट और अन्य पद शामिल हैं.पुणे जिला परिषद ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए कई बार विज्ञापन दिया है, लेकिन इससे कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है.

अब तक 1132 पद ही भरे गए

तमाम प्रयासों और सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद भी अब तक सिर्फ 1132 पदों को ही भरा जा सका है. महाराष्ट्र में इन रिक्त पदों का विज्ञापन देकर थक चुकी पुणे जिला परिषद ने अब राज्य से बाहर जाने का फैसला किया है.अभी भी 582 सीटें रिक्त पड़ी हैं. इसमें 299 नर्स और 260 डॉक्टरों के पद शामिल हैं. गौरतलब हो कि पुणे पूरे राज्य व देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर साबित हुआ है.प्रशासन भी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को अपील कर रहा है की वो आगे आएं और जनता की सेवा करें.