Workers not coming to work at the original place

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  • कोरोना से मृत हुए मनपा कर्मियों का मामला
  • बीमा कंपनी केंद्र के निर्देश के बाद करेगी फैसला

पुणे. शहर में कोरोना ने उत्पात मचा रखा है. इसका प्रकोप रोकने के लिए महापालिका प्रशासन ने सभी कर्मी काम पर लगाए हैं. प्रशासन ने कर्मियों के लिए 1 करोड़ का सुरक्षा कवर घोषित किया है. कोरोना संक्रमण से अब तक मनपा के करीब 13 कर्मियों की मृत्यु हुई है. इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया जारी है. मनपा ने लगभग 7 प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजे थे, लेकिन कंपनी ने नियमों को आगे कर इसे मंजूरी नहीं दी है. बल्कि उसकी गेंद केंद्र के पाले में डाली है. इससे परिवारों को सहायता मिलने में देरी हो रही है.

मनपा द्वारा की जा रही प्रक्रिया

महापालिका ने अपने कर्मियों के लिए कोरोना सुरक्षा बीमा योजना लागू की है. मनपा में पहले से ही मजदूर कल्याण निधि कार्यान्वित किया गया है. इसी निधि के तहत यह सहायता की जाएगी. महापालिका प्रशासन के निर्देशानुसार इस योजना के लाभार्थी मनपा के कर्मी व अधिकारी जिन्हें कोरोना का काम दिया गया है, ऐसे सभी लोग होंगे. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के अलावा सभी विभागों के कर्मी व अधिकारियों को मनपा प्रशासन ने इस काम पर लगा दिया है. इसके तहत कर्मियों की मृत्यु हुई, तो उसे 1 करोड़ की वित्तीय सहायता की जाएगी. अगर वारिस को नौकरी चाहिए तो नौकरी व 75 लाख की सहायता की जाएगी. यह योजना 30 जुलाई या सरकार द्वारा एपिडेमिक एक्ट हटाने की घोषणा होने तक लागू रहेगी. इस योजना से संबंधित सभी अधिकार मजदूर कल्याण निधि समिति के पास रहेंगे. इसके अलावा अब कई योजनाए लागू की हैं.

अब तक 13 कर्मियों की मौत  

शहर में कोरोना का काम करते हुए अब तक 13 मनपा कर्मियों की मौत हो चुकी है, तो 230 कर्मी संक्रमित पाए गए हैं. इसमें सफाई कर्मियों की तादाद ज्यादा हैं. इसमें से करीब 110 से अधिक कर्मियों को डिस्चार्ज दिया गया है. इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा की जा रही है. इस बारे में मजदूर कल्याण विभाग के प्रमुख शिवाजी दौंडकर ने कहा कि मनपा ने लगभग 7 प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजे थे. न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी द्वारा यह प्रक्रिया की जानेवाली है, लेकिन कंपनी ने नियम को आगे कर इसे मंजूरी नहीं दी है. कंपनी द्वारा कहा जा रहा है सफाई कर्मियों को मुआवजा मिल नहीं दिया जा सकता. कंपनी ने अब इसकी गेंद केंद्र के पाले में डाली है. दौंडकर ने कहा कि हाल ही में कंपनी के साथ हमारी बैठक हुई. उन्हें हम फिर से प्रस्ताव भेजेंगे.

महापालिका की ओर से हमारे पास कई प्रस्ताव आए थे. हमारे कमिटी ने नियम का अभ्यास कर इसकी जांच की. इस वजह से कमिटी ने इसे रिजेक्ट किया गया था, लेकिन इस पर हमारी व मनपा की बैठक हुई. अब हम ये सभी प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को भेजेंगे. केंद्र के निर्देशानुसार हम आगे की कार्रवाई करेंगे– पवन कुमार अग्रवाल, क्षेत्रीय प्रबंधक, द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

मनपा ने लगभग 7 प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजे थे. कंपनी ने नियमों को आगे कर इसे मंजूरी नहीं दी है. कंपनी द्वारा कहा जा रहा है कि सफाई कर्मियों को मुआवजा नहीं दिया जा सकता. इस बीच कंपनी के साथ हमारी बैठक हुई. इसमें हमने मुआवजा देने को लेकर दरखास्त की है. साथ ही हम अब कंपनी को फिर से प्रस्ताव भेजेंगे. – शिवाजी दौंडकर, विभाग प्रमुख, मजदूर कल्याण विभाग