नाला सफाई न होने के खिलाफ शिवसेना का आंदोलन

  • मनपा भवन के समक्ष नारेबाजी

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पुणे. महापालिका ने ड्रेनेज, नालों और नालों की सफाई के लिए करोड़ों के टेंडर जारी किए थे, लेकिन बारिश में पुणेकरो को नुकसान ही सहना पड़ा. हालांकि, शिवसेना ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक आंदोलन किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि पुनेकर काम में भ्रष्टाचार के कारण डूब गए.

शिवसेना शहर प्रमुख संजय मोर के नेतृत्व में मनपा भवन के प्रवेश द्वार के सामने आंदोलन हुआ. इस अवसर पर कॉर्पोरेटर बाला ओसवाल, अविनाश साल्वे, पूर्व कॉर्पोरेटर कल्पना थोरवे और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

नालसफाई में भ्रष्टाचार का आरोप

 ‘ड्रेनेज की सफाई होनी चाहिए’, ‘उन लोगों की जांच करें, जिन्होंने टेंडर पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं’, ऐसे नारेबाजी कर महानगरपालिका परिसर को शिवसेना दहशत की स्थिति में छोड़ दिया. मोरे ने कहा कि महापालिका द्वारा हर साल करोड़ों रुपये के टेंडर जारी किए जाते हैं. लेकिन इसमें सभी ने पैसा खाया. इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. पुनेकर को मीठे शब्दों से धोखा देने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा का विरोध भी किया गया. घिसे-पिटे सीवर और बरसाती नाले साफ किए जाएं. ऐसी मांग इस अवसर पर की गई. नागरिकों को आर्थिक और मानसिक रूप से अनावश्यक रूप से नुकसान उठाना पड़ा. अधिकारियों के लिए काम करने की मानसिकता पुनेकर की नहीं है. इस वजह से उन्हें जगाने के लिए शिवसेना की ओर से आंदोलन किया गया. ऐसा भी मोरे ने कहा.