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    पुणे. लोगों से हमेशा संपर्क में रहनेवालों के लिए हर 15 दिनों में कोविड टेस्ट (Covid Test) कराना अनिवार्य किया गया है। जिसके चलते कोरोना टेस्ट करानेवालों की संख्या काफी बढ़ गई है। इसके अलावा काम के लिए दूसरे राज्यों में जानेवाले लोग भी अपनी जांच करा रहे हैं। नतीजन नागरिकों की भीड़ कोविड जांच सेंटर (Covid Testing Center) पर हो रही है।

    जिससे केंद्रों पर तनाव बढ़ गया है। जिससे टेस्टिंग (Testing) में 2 से 3 दिनों का समय लग रहा है। अब सरकार ने नया आदेश जारी किया है। आरटीपीसीआर (RTPCR) की जगह एंटीजन टेस्ट (Antigen Test) की भी छूट दे दी है। इसके चलते लक्षण होनेवाले लोगों को टेस्ट मे प्रधानता नहीं मिल पा रही है।

    परिणामस्वरूप रिपोर्ट में हो रही देरी

    मनोज पोचट ने बताया कि पुणे के अनेक लैब के टेस्ट किट खत्म हो गए हैं। जिनके पास बचे हैं, वे रिपोर्ट देने में 3-4 दिन का समय ले रहे हैं। मराठा चेंबर्स फॅार कॅामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सुधीर मेहता ने कहा कि इस रिपोर्ट के कारण लोगों को लगता है कि वे सुरक्षित हैं। ऐसे में उनमें लापरवाही आएगी। उसी तरह से एंटीजन टेस्ट में निगेटिव आने की संभावना 50 फीसदी होती है। इन सब के परिणाम के तौर पर जरूरतमंद लोग इस टैस्ट से वंचित रह जा रहे हैं। इसलिए सरकार यह नीति बदले। 

    टेस्ट करानेवालों का तांता लगा 

    सबर्बन लैब के अभिषेक शिवणकर ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अनेक लोग जांच के लिए आ रहे हैं। ऊपर से जांच सस्ता होने से टेस्ट करानेवालों का तांता लग जा रहा है। परिणामस्वरूप रिपोर्ट में समय लग रहा है।