Sinhagad Road Udnapul Costing 134 crores

    Loading

    पुणे. शहर में यातायात (Transportation) की समस्या चरम पर है। इसमें सिंहगढ़ रोड़ (Sinhagad Road) का भी समावेश है। यहां पर यातायात को लेकर लोग परेशान है। यहां पर उड़ानपुल बनाने की मांग की जा रही थी। इसके अनुसार जारी बजट में इसके लिए 17 करोड़ का प्रावधान किया गया है। पहले से ही इसे बजट में 120 करोड़ का प्रावधान करने मंजूरी दे दी गई है। इस बीच, प्रशासन द्वारा इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया (Tender Process) लागू की गई थी, लेकिन सबसे कम दर का टेंडर (Tender) भी 18 प्रतिशत ज्यादा दर से आया था। इस वजह से अब प्रशासन ने फिर से टेंडर प्रक्रिया लागू करने का फैसला लिया था। 

    फिर कोविड के चलते दो बार प्रक्रिया आगे करनी पड़ी, लेकिन अब जारी वित्तीय साल में नए डीसी रूल के अनुसार प्रशासन द्वारा नया इस्टीमेट बनाकर टेंडर प्रक्रिया लागू की है। इसके लिए 134 करोड़ की लागत आएगी। जो पहले 117 करोड़ का था। ऐसी जानकारी महापालिका के मुख्य अभियंता श्रीनिवास बोनाला ने दी। 

    सर्वे का काम किया है पूरा

    ज्ञात हो कि सिंहगढ़ रोड़ परिसर में वडगांव, धायरी, नर्हे, नांदेड गांव, खड़कवासला, ऐसे उपनगर तेजी से विकसित हो रहे है। सिंहगढ़ रोड़ को कोई विकल्प रोड़ ना होने के कारण यातायात का पूरा बोझ इस रोड़ पर ही आ जाता है। साथ ही इसी इलाके से पुणे-सातारा हाईवे जाने के कारण बोझ और भी बढ़ता जा रहा है। इस वजह से इस रोड़ पर के राजाराम पूल से फन टाइम थिएटर तक उड़ानपुल बनाने के लिए प्रस्तावित किया गया था। इसके लिए बजट में प्रावधान भी किया गया था, लेकिन असल में काम शुरू नहीं हो पा रहा था। लेकिन अब नगरसेवकों की मांग के अनुसार यहां पर यातायात का सर्वे, टेक्नो इकॉनॉमिकल फिजीबल स्टडी भी किया गया है।

    पहले 117 करोड़ का था इस्टीमेट 

    विगत बजट में इस पुल के लिए सिर्फ 30 करोड़ का प्रावधान किया गया था, लेकिन टेंडर प्रक्रिया लागू करने के लिए इतना निधि पर्याप्त नहीं है। इस वजह से ज्यादा निधि की मांग की जा रही थी। इसके अनुसार, अब इसके लिए आगामी बजट में 120 करोड़ का प्रावधान करने से संबंधित प्रस्ताव मनपा प्रशासन ने स्थायी समिति के समक्ष रखा था। इसे हाल ही में मंजूरी दी गई थी, लेकिन असल में जारी बजट में कमिश्नर ने इसके लिए सिर्फ 17 करोड़ का प्रावधान किया है। इस बीच प्रशासन ने इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया लागू की थी। प्रशासन का इस्टीमेट 117 करोड़ का था। इसके लिए दो टेंडर आए थे। लेकिन इसमें से सबसे कम दर का टेंडर 18 प्रतिशत ज्यादा दर से था। इस वजह से मनपा यह टेंडर नहीं स्वीकार सकती। इस वजह से इसको लेकर फिर से टेंडर प्रक्रिया लागू की गई थी,  लेकिन कोविड के चलते प्रशासन द्वारा प्रक्रिया रोक दी थी। लगातार साल भर इसकी प्रक्रिया नहीं हो पाई। लेकिन अब जारी वित्तीय साल में नए डीसी रूल के अनुसार प्रशासन द्वारा नया इस्टीमेट बनाकर टेंडर प्रक्रिया लागू की है। इसके लिए 134 करोड़ की लागत आएगी। टेंडर प्रक्रिया के लिए 45 दिन का अवधि दिया गया है। ऐसी जानकारी महापालिका के मुख्य अभियंता श्रीनिवास बोनाला ने दी। 

    पहली बार ज्यादा दर आने से फिर से टेंडर प्रक्रिया लागू की गई थी, लेकिन कोविड के चलते प्रशासन द्वारा प्रक्रिया रोक दी थी। लगातार साल भर इसकी प्रक्रिया नहीं हो पाई। लेकिन अब जारी वित्तीय साल में नए डीसी रूल के अनुसार प्रशासन द्वारा नया इस्टीमेट बनाकर टेंडर प्रक्रिया लागू की है। इसके लिए 134 करोड़ की लागत आएगी। टेंडर प्रक्रिया के लिए 45 दिन का अवधि दिया गया है।

    -श्रीनिवास बोनाला, मुख्य अभियंता(प्रकल्प), पुणे महानगरपालिका

    पहले स्टैंडिंग कमेटी से फंड लाया गया। विधायक माधुरी मिसाल ने राज्य सरकार और पुणे नगर निगम से संपर्क किया और सर्वेक्षण, जमीनी सर्वेक्षण, यातायात निरीक्षण आदि काम किया। छत्रपति राजाराम ब्रिज से फनटाइम ब्रिज तक की कुल लंबाई लगभग 2.6 किमी है। हम पूरी प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं ताकि काम में कोई समझौता न हो, हम प्रक्रिया में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सुरक्षित सिंहगढ़ सड़क के लिए प्रतिबद्ध है।

    - मंजूषा नागपुरे, नगरसेविका