पुणे. पुणे (Pune) में कोरोना के मरीजों (Corona Patients) की संख्या बढ़ रही है। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ी है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य सुविधाएं और ऑक्सीजन की आपूर्ति (Oxygen Supply) भी कम हुई है। इसके चलते नई जानकारी सामने आई है। पुणे में 40 से 50 छोटे अस्पतालों ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण कोरोना रोगियों को भर्ती करना बंद कर दिया है। मामले ने स्वास्थ्य सेवा में भ्रम पैदा कर दिया है।
पहले से ही कोरोना पीड़ितों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। रोगी के इलाज के लिए सुविधाओं की कमी है। पुणे शहर पिछले दो दिनों से ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहा है। ऑक्सीजन की इस कमी के कारण कोरोना रोगियों को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित करने का समय आया। हालांकि, ऑक्सीजन की कमी के कारण शहर के छोटे अस्पतालों ने कोरोना रोगियों को स्वीकार करना बंद कर दिया है। वह क्षेत्र के एक और (बड़े) अस्पताल में उसे भर्ती किए बिना सलाह दे रहा है। इसके अलावा, पुणे के 120 अस्पतालों में से 40 से 50 अस्पतालों में ऐसी स्थिति देखी जा रही है।
अस्पतालों में तोड़फोड़
इस बीच, ऑक्सीजन की कमी ने रोगी को ठीक करना मुश्किल बना दिया है। अगर अस्पताल से किसी मरीज को शिफ्ट करने का समय हो तो रिश्तेदारों द्वारा तोड़फोड़ के मामले भी सामने आए हैं। इसलिए इन छोटे अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती नहीं करने का फैसला किया है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति जल्द बहाल कर दी जाएगी। इसके बाद इन छोटे अस्पतालों में कुछ रोगियों को भर्ती करने की प्रक्रिया फिर से शुरू होगी।