- 410 मनपा कर्मी संक्रमित
पुणे. शहर में कोरोना ने कोहराम मचा कर रखा है. इसका प्रकोप रोकने के लिए महापालिका प्रशासन ने सभी कर्मियों को काम पर लगाया हुआ है. प्रशासन ने कर्मियों के लिए 1 करोड़ का सुरक्षा कवर घोषित किया है. कोरोना संक्रमण से अब तक मनपा के करीब 21 कर्मियों की मृत्यु हो चुकी हैा, तो करीब 410 कर्मी संक्रमित हो चुके हैं. इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया जारी है.
मनपा ने लगभग 7 प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजे थे, लेकिन कंपनी ने नियम को आगे कर इसे मंजूरी नहीं दी है. तो दूसरी ओर सुरक्षा कवर पर मनपा अमल नहीं कर पा रही है क्योंकि इससे संबंधित प्रस्ताव को आम सभा की मंजूरी नहीं मिली है. इस बीच प्रशासन द्वारा सम्बंधित कंपनी लगातार फॉलो अप शुरू रखा है. ऐसी जानकारी मजदूर कल्याण विभाग के प्रमुख शिवाजी दौंडकर ने दी.
मनपा द्वारा की जा रही है प्रक्रिया
महापालिका ने अपने कर्मियों के लिए कोरोना सुरक्षा कवर योजना लागू की है. मनपा में पहले से ही मजदुर कल्याण निधि कार्यान्वित किया गया है. इसी निधि के तहत यह सहायता की जाएगी. महापालिका प्रशासन के निर्देशानुसार इस योजना के लाभार्थी मनपा के कर्मी व अधिकारी जिन्हें कोरोना का काम दिया गया है, ऐसे सभी लोग होंगे. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के अलावा सभी विभागों के कर्मी और अधिकारियों को मनपा प्रशासन ने इस काम पर लगा दिया है. इसके तहत कर्मियों की मृत्यु हुई तो उसे 1 करोड़ की वित्तीय सहायता की जाएगी. अगर वारिस को नौकरी चाहिए तो नौकरी और 75 लाख की सहायता की जाएगी. यह योजना 30 जुलाई या सरकार द्वारा एपिडेमिक एक्ट हटाने की घोषणा होने तक लागू रहेगी. इस योजना से संबंधित सभी अधिकार मजदूर कल्याण निधि समिति के पास रहेंगे. इसके अलावा अब कई योजनाए लागू की हैं.
242 मनपा कर्मी हो चुके कोरोना मुक्त
शहर में कोरोना का काम करते हुए अब तक 21 मनपा कर्मियों की मौत हो चुकी है. तो 410 कर्मी संक्रमित पाए गए हैं. इसमें सफाई कर्मियों की तादाद ज्यादा हैं. इसमें से करीब 242 से अधिक कर्मियों को डिस्चार्ज दिया गया है. तो 147 कर्मियों पर उपचार चल रहा है. इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा की जा रही है. मनपा ने लगभग 7 प्रस्ताव बिमा कंपनी को भेजे थे. दी न्यू इंडिया इन्शुरन्स कंपनी द्वारा यह प्रक्रिया की जानेवाली है. लेकिन कंपनी ने नियम को आगे कर इसे मंजूरी नहीं दी है. कंपनी द्वारा कहा जा रहा है सफाई कर्मियों को मुआवजा मिल नहीं दिया जा सकता. कंपनी ने अब इसकी गेंद केंद्र के पाले में डाली है. इससे मदद नहीं मिल पा रही है. तो दूसरी ओर सुरक्षा कवर पर मनपा अमल नहीं कर पा रही है. क्योंकि इससे संबंधित प्रस्ताव को आम सभा की मंजूरी नहीं मिली है. इस बीच प्रशासन द्वारा सम्बंधित कंपनी लगातार फॉलोअप शुरू रखा है. ऐसी जानकारी मजदूर कल्याण विभाग के प्रमुख शिवाजी दौंडकर ने दी.