खडसे के राष्ट्रवादी प्रवेश की अटकलें, अजीत पवार ने कहा, नहीं है जानकारी

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सोलापुर. भाजपा से नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से के राष्ट्रवादी कांग्रेस में प्रवेश करने की जोरदार चर्चा हो रही है. घट स्थापना के दिन पार्टी में शामिल होने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब तक पाला बदलने को लेकर तर्क- वितर्क जारी है.  इस संदर्भ में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से जब सवाल किया गया था तो उन्होंने सीधे हाथ जोड़ लिए और हमेशा की तरह इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. 

 हाल ही में गृहमंत्री अनिल देशमुख से मुलाकात की थी

एकनाथ खड़से ने हालिया राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख से मुलाकात की थी. इसकी वजह से खड़से के राष्ट्रवादी कांग्रेस में प्रवेश को लेकर चर्चा फिर से शुरू हो गई है. जलगांव जिले के रावेर हत्याकांड प्रकरण में देशमुख रावेर गए थे. रावेर के अतिथिगृह में देशमुख की एकनाथ खड़से से मुलाकात हुई. यह मुलाकात किस वजह से हुई. इसे लेकर पूरी तरह से गोपनीयता बरती गई. अतिथिगृह से देशमुख और एकनाथ खड़से एक ही गाड़ी में घटनास्थल के लिए निकले. इसके बाद से ही चर्चाओं का बाजार फिर से गर्म है.  

सुप्रिया सुले भी बचती नजर आई हैं

इस बीच, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार आज सोलापुर के दौरे पर बाढ़ग्रस्त किसानों के खेतों पर जाकर निरिक्षण किया. इससे पहले पत्रकारों ने अजीत पवार से एकनाथ खड़से के पार्टी में शामिल होने पर सवाल पूछा गया था. इस पर पवार ने सीधे हाथ जोड़ लिया और कहा मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है, जिन बातों की मुझे जानकारी नहीं है उसे लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता. ज्ञात हो कि इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस की सांसद सुप्रिया सुले ने भी पुणे के दौरे के दौरान खडसे के राष्ट्रवादी में प्रवेश संबन्धी सवाल का जवाब देने से बचने की भूमिका अपनाई थी. उन्होंने इसके जवाब में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष की ओर इशारा किया था. 

फिर सिर्फ मुख्यमंत्री पर आपत्ति क्यों

बहरहाल पंढरपुर के दौरे में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बचाव करते हुए कहा कि जब कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देशभर का कामकाज देख सकते हैं, तो फिर उद्धव ठाकरे के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये महाराष्ट्र का कामकाज संभालने पर विपक्ष को इतनी आपत्ति क्यों है? एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि हज़ारों करोड़ रुपए खर्च कर जलयुक्त शिवार योजना चलाई गई. कैग ने इस योजना को लेकर कई सवाल खड़े करने के साथ ही इसकी जांच शुरू की है. मुख्यमंत्री द्वारा अलग से कोई जांच करने का काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि पुणे, सोलापुर, लातूर, उस्मानाबाद और सांगली जिले में बारिश का बड़ा असर हुआ है. सभी किसानों के नुकसान का पंचनामा करने के राज्य सरकार ने आदेश दिए गए हैं. कोरोना के मरीज कम हो रहे है और कोरोना से ठीक होने वालों की भी संख्या काफी अधिक है. दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रहने की जानकारी भी उपमुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में दी है.