उरुली देवाची क्षेत्र में सांसर्गिक रोगों का प्रभाव रोके

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  • भारिप बहुजन महासंघ की मनपा कमिश्नर से मांग

 पुणे. वर्तमान में पुणे शहर में कोरोना की सबसे अधिक घटना हो रही है. उरुली देवाची गांव के पास कई वर्षों से एक कचरा डिपो है, जिसने गांव के सभी कुंओं को प्रदूषित कर दिया है. खासकर मानसून के दौरान सांसर्गिक बीमारियों का  प्रकोप बढ़ रहा है. इसका प्रभाव रोकने की मांग गांव के पूर्व उपसरपंच और भारिप बहुजन महासंघ के शहराध्यक्ष अतुल बहुले ने मनपा कमिश्नर से की है.

 महापौर और कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन

  बहुले के ज्ञापन के अनुसार, उरुली देवाची गांव के पास कई वर्षों से एक कचरा डिपो है, जिसने गांव के सभी कुंओं को प्रदूषित कर दिया है. खासकर मानसून के दौरान सांसर्गिक बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है. डेंगू, मलेरिआ जैसी बीमारिया फ़ैल रही है. बहुले ने कहा कि गांव में पहले से ही पानी की बहुत बड़ी समस्या है. टैंकर अभी भी गांव को पीने के पानी की आपूर्ति करते हैं, लेकिन शेष उपयोग के लिए पानी नहीं है. उसके लिए कुंओं, बोअरवेल और अन्य साधनों के माध्यम से ले जाना पड़ता है. अतुल बाहुल ने आज पुणे नगर कमिश्नर और महापौर से गांव में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की. साथ ही उन्हें ज्ञापन भी सौंपा.