- अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल के प्रशासन से निर्देश
पुणे. नगरसेवकों द्वारा स्थायी समिति साथ ही विभिन्न विषय समितियों के समक्ष विकास काम से सम्बंधित प्रस्ताव रखे जाते हैं. प्रस्ताव पर अमल करने के लिए प्रशासन के राय की आवश्यकता होती है, लेकिन राय देने को लेकर विभिन्न विभागों का उदासीन रवैया नजर आता है. इसको लेकर स्थायी समिति में सदस्यों द्वारा नाराजगी जताई थी. इसलिए आगामी काल में राय देने में देरी ना हो इसके लिए अतिरिक्त आयुक्त द्वारा सख्त निर्देश दिए है. प्रस्ताव पर 3 दिन में राय देने के निर्देश अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल द्वारा मनपा प्रशासन से दिए है.
स्थायी समिति ने जताई नाराजगी
गौरतलब है कि शहर के नागरिकों के लिए और शहर के विकास के लिए बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए महापालिका सदस्यों द्वारा स्थायी समिति में विभिन्न सुझाव और प्रस्ताव दिए जाते हैं. स्थायी के साथ-साथ विभिन्न समितियों को प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाते हैं. हाल ही में हुई स्थायी समिति की बैठक में स्थायी समिति के सदस्यों ने बताया है कि प्रशासन ने स्थायी समिति के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत कई प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया या राय नहीं दी है. हालांकि, सभी विभागों के प्रमुखों को परिपत्र द्वारा सूचित किया जाता है कि सदस्य द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर तत्काल राय दें.
हो रहा है कामों पर असर
फिर भी विभिन्न विभागों की इसको लेकर उदासीनता नजर आती है. नतीजा विकास कामों पर असर हो रहा है. इसको लेकर समितियों के सदस्यों द्वारा समिति में आवाज उठाई गई. साथ ही प्रशासन के रवैये को लेकर नाराजगी दर्शाई. इसलिए आगामी काल में राय देने में देरी ना हो इसके लिए अतिरिक्त आयुक्त द्वारा सख्त निर्देश दिए है. प्रस्ताव पर 3 दिन में राय देने के निर्देश अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल द्वारा मनपा प्रशासन से दिए है. निर्देश के अनुसार इसके बारे में जानकारी नगर सचिव कार्यालय के समन्वय से प्राप्त की जानी चाहिए. सभी विभागा प्रमुखों को तुरंत ऊपर की तरह कार्रवाई करनी चाहिए और इस कार्यालय को पूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए, ऐसा भी कहा गया है.