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पिंपरी. दिवाली के बाद से कोरोना के मरीज बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. चिकित्सा क्षेत्र के जानकारों द्वारा नए साल की फरवरी तक महाराष्ट्र में महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है. इस दौरान कोरोना के संक्रमण फैलने की गति धीमी हो, इसके लिए ‘सुपर स्प्रेडर्स’ यानी ज्यादा लोगों के संपर्क में आनेवाले व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है. 

ऐसे ‘सुपर स्प्रेडर्स’ व्यक्तियों का सर्वेक्षण कर उनकी मेडिकल जांच करने पर अधिक जोर दिया जाएगा. इसकी जानकारी देते हुए पिंपरी चिंचवड़ मनपा कमिश्नर श्रावण हार्डिकर ने बताया कि भले ही कोरोना की दूसरी लहर का डर सता रहा है, फिर भी नियोजन, सावधानी और सतर्कता के बूते कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकना संभव है. मनपा प्रशासन इसी की तैयारी में जुटा है.

 विशेष सर्वेक्षण करके उनकी कोरोना जांच की जाएगी

 व्यवसाय और नौकरीपेशा लोग कई लोगों के संपर्क में आते हैं. एक स्टडी में यह सामने आया है कि उनके जरिए कोरोना संक्रमण का फैलाव अधिक तेजी से होता है. दूसरी लहर में ‘सुपर स्प्रेडर्स’ व्यक्ति संक्रमण फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. ‘सुपर स्प्रेडर्स’ में किराना दुकानदार, सब्जीवाले, फुटपाथ पर सामान बेचने वाले विक्रेता, होटल मालिक, वेटर्स, दूधवाला, घरेलू नौकर, गैस सिलेंडर वितरण करनेवाले कर्मचारी, इलेक्ट्रिक, प्लंबिंग, रिपेयरिंग करनेवाले, लॉन्ड्री, पुरोहित, ट्रक ड्राइवर्स, टेम्पो चालक, रिक्शा चालक, हमाल, रंग-रोगन करने वाले, कंस्ट्रक्शन कामगार, पीएमपीएमएल ड्राइवर, कंडक्टर, सिक्योरिटी गार्ड, आवश्यक सेवा के सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारी, पुलिस-होमगार्ड आदि शामिल हैं. ये लोग ज्यादा लोगों के संपर्क में आते हैं, यही दूसरी लहर के अंतर्गत संक्रमण फैलाने में अहम कारक साबित हो सकते हैं.इस बात को ध्यान में रखते हुए सुपर स्प्रेडर्स व्यक्तियों का विशेष सर्वेक्षण करके उनकी कोरोना जांच की जाएगी. विभिन्न घटक के समूहों का सर्वेक्षण और प्रयोगशाला जांच की जाएगी. 

विस्तृत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना आवश्यक 

दैनिक प्रयोगशाला जांच में कम से कम 50 नमूने इस गुट के व्यक्ति के होंगे. मनपा ने इसके लिए वर्गवारी तय की है. कोविड सर्वेक्षण, क्लीनिकल मैनेजमेंट के संदर्भ में इससे पहले सभी संबंधित लोगों को ट्रेनिंग दी गई है. नई सामने आने वाली बातों, क्लीनिकल प्रोटोकॉल में बदलाव के लिए कार्यक्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों को फिर से ट्रेनिंग दी जाएगी. फिलहाल मरीजों की संख्या कम होने के बावजूद हर किसी का विस्तृत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना आवश्यक है. गाइडलाइंस के अनुसार निटकवर्ती लैब में जांच कराने का निर्देश स्वास्थ्य सेवा निदेशकों ने दिए हैं.

लोग बरते सावधानी

कोविड और नॉन कोविड मरीजों की सेवा में तालमेल बिठाने के लिए मरीजों के संदर्भ में कुछ निर्णय लेना निर्देशित किया गया है. कोरोना के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास जारी है. इसके साथ ही आम लोगों की जिम्मेदारी है कि वह विशेष सावधानी बरते. लोगों को सावधानी बरतने की अपील करते हुए मनपा कमिश्नर ने कहा कि महामारी की रोकथाम में आमजनों की भूमिका अहम है. हर किसी को नियमित रूप से मास्क का इस्तेमाल करने के साथ दूसरों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना और साबुन से नियमित रूप से हाथ धोना आवश्यक है. कुल संक्रमित मरीजों में से बड़ी संख्या में मरीजों को होम क़्वारंटाइन किया गया है. इन मरीजों का प्रबंधन प्रभावी रूप से करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर टीम कार्यरत रहेगी. इस टीम द्वारा होम क़्वारंटाइन व्यक्ति की मॉनिटरिंग करना अपेक्षित है.