Workers not coming to work at the original place

  • मनपा सहायक स्वास्थ्य अधिकारी पर जिम्मेदारी

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पुणे. भारत रत्न अटलबिहारी मेडिकल कॉलेज महापालिका के माध्यम से नायडू संक्रामक अस्पताल की साइट पर स्थापित किया जाएगा. प्रशासनिक कार्य के लिए साथ ही इसकी स्थापना जल्द से जल्द हो इसके लिए मेडिकल कॉलेज को लेकर मनपा में स्वतंत्र कक्ष बनाया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी मनपा के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. अंजली साबणे को सौंप दी गई है. हाल ही में यह निर्देश अतिरिक्त आयुक्त द्वारा जारी किए गए है. 

प्रशासनिक कार्य में लानी है तेजी 

महापालिका की ओर से मेडिकल कॉलेज नायडू संक्रामक रोग अस्पताल क्षेत्र में 20 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जाएगा. ट्रस्ट ने हाल ही में अस्पताल को ट्रस्ट के माध्यम से स्थापित करने के लिए पंजीकृत किया है.  इसके अलावा, इस कॉलेज के लिए आवश्यक कुछ क्लासरूम मंगलावर पेठ में कमला नेहरू अस्पताल के पास स्थित बाबूराव सनस गर्ल्स स्कूल में बनाए जाएंगे. इन कक्षाओं के काम के लिए निविदाएं भी हाल ही में स्थायी समिति द्वारा अनुमोदित की गई हैं. मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है और कॉलेज का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है.  विभिन्न विभागों की अनुमतियों को भी बढ़ावा दिया गया है. इस कार्य में तेजी लाने के लिए मनपा भवन में एक अलग प्रशासनिक कक्ष स्थापित किया जाएगा. इस कक्ष को स्थापित करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.  अंजलि साबणे को सौंप दी गई है. साथ ही उनकी सहायता के लिए कई कर्मी भी दिए हैं. हाल ही में यह निर्देश अतिरिक्त आयुक्त द्वारा जारी किए गए है. 

10 साल से हो रही थी चर्चा 

यह कॉलेज शुरू करने को लेकर विगत 10 साल से सिर्फ चर्चा की जा रही थी, लेकिन असल में इस पर अभी तक कोई काम नहीं किया गया था. सलाहकार ने विभिन्न 4 मॉडल मनपा प्रशासन के समक्ष रखे थे. इसके तहत अब इस कॉलेज को ट्रस्ट बना दिया जाए, उसे सरकारी रखा जाए और उस पर पूरी तरह से मनपा की मालकी हो, या उसे पीपीपी मॉडल पर बनाया जाए, इस तरह के ये 4 मॉडल थे. इसमें से एक मॉडल को चुना गया है. टस्ट्र के माध्यम से इसे चलाने का निर्णय लिया गया है. इस ट्रस्ट में एक कार्यकारी समिति होगी. उसमें मनपा कमिश्नर, स्थायी समिति अध्यक्ष, अतिरिक्त आयुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी होंगे. साथ ही कॉलेजबनने के बाद उसके लिए 595 पद भी भरे जाएंगे. इस कॉलेज के निर्माण के लिए करीब 622 करोड़ का खर्चा आएगा. जारी बजट में भी इस कॉलेज के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है. आगामी 7 साल में यह काम विभिन्न 10 चरणों में किया जाएगा. डा. नायडू अस्पताल परिसर में मनपा की जो 42 एकड़ जगह हैं, उस पर यह प्रकल्प बनाया जाएगा.