कोरोना के खिलाफ जंग हुई तेज, आंगनवाड़ी सेविकाएं करेगी सर्वे का काम

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– मनपा प्रशासन की जानकारी

पुणे. कोरोना का प्रकोप कम करने महापालिका प्रशासन की ओर से सर्वे का काम किया जा रहा है. बाद में प्रशासन द्वारा मृत्यु दर कम करने को-मॉर्बिड मरीजों का सर्वे किया जा रहा है. उसके लिए शिक्षा विभाग, आशा वर्कर्स, समूह संगठन, नर्सेस को काम पर लगा दिया गया था, लेकिन शिक्षा विभाग के कर्मी इस काम पर से हटा दिए गए है. अब आंगनवाड़ी सेविकाओं को यह काम दिया गया है. सेविका व उनकी सहायक ऐसे 800 से अधिक कर्मी लिए गए हैं. ऐसी जानकारी मनपा प्रशासन द्वारा दी गई.

सर्वे के लिए अधिग्रहित किए थे शिक्षा कर्मी

पुणे शहर के 15, क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत आनेवाले झोपड़पट्टी  के नागरिकों का सर्वे शुरू किया गया है. इसमें पूरे परिवार की जांच की जा रही है. जिन इलाकों में ज्यादा कोरोना बाधित मिले हैं, ऐसे इलाके में सर्वे किया जा रहा है. साथ ही घर पर जाकर जांच की जा रही है. शहर में किए जा रहे इस सर्वे के लिए मनपा के विभिन्न विभाग के कर्मियों के साथ ही नर्सेस, समूह संगठन, आशा सेविका, लेखनिक, शिक्षा विभाग के कर्मी काम कर रहे हैं. स्वास्थ्य से संबंधित लक्षण दिखाई देने के बाद तत्काल उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. प्रशासन द्वारा इसके लिए कुल 1152 कर्मी काम पर लगा दिए है. लगभग 576 टीम बनाई गई है. एक टीम में 2 कर्मियों का समावेश है. इसी काम के लिए शिक्षा विभाग के कर्मियों को नियुक्त किया था. साथ ही रिसर्वे किया जा रहा है. सर्वे के साथ ही कोरोना के विभिन्न कामों के लिए शिक्षा विभाग के करीब 1700-1800 कर्मी अधिग्रहित किए थे.

स्कूल का भी करना है काम

इस बीच, अब शिक्षा विभाग द्वारा 15 जून से प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों का काम शुरू किया है. प्रशासन द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है. साथ ही स्कूलों के भी कई काम है. इन कामों के लिए अब अध्यापक व शेष कर्मियों को मुक्त किया गया है. करीब 1500 कर्मी मुक्त किए है. इस वजह से अब सर्वे के काम में आंगनवाड़ी सेविका व सहायक को लिया गया है. ऐसी जानकारी मनपा प्रशासन द्वारा दी गई.

को-मॉर्बिड मरीजों का सर्वे जारी

कोरोना वाइरस के चलते महापालिका द्वारा सभी उपाययोजना की जा रही है. इसके चलते अब महापालिका द्वारा शहर में रहनेवाले निराधार बुजुर्ग लोगों की स्वास्थ्य की जांच करना शुरू किया है.  साथ ही गर्भवती महिलाओं की भी जांच की जा रही है. प्रशासन द्वारा 731 टीम गठित की है. लगभग 1594 कर्मी फिल्ड पर काम कर रहे हैं. शहर का मृत्यु दर कम करने के लिए सर्वे पर और जोर दिया गया है. इस वजह से इन कर्मियों को अतिरिक्त मानधन देने का फैसला महापालिका ने लिया है. महापालिका प्रशासन के जानकारी के अनुसार अब तक 1 लाख 26 हजार 724 बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की गई हैं. तो करीब 3188 गर्भवती महिलाओं की भी स्वास्थ्य जांच की गई हैं. यह काम अब आंगनवाड़ी सेविकाएं व उनकी सहायक करेगी. साथ ही प्रशासन द्वारा शिक्षा विभाग के 80 से अधिक प्यून इस काम के लिए नियुक्त किए गए हैं.